देहरादून को उत्तराखंड की स्थायी राजधानी बनाने की मांग की गई है, कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहड़ यह मांग की है. कांग्रेस विधायक तिलक राज बेहड़ अक्सर अपने बयानों को लेकर चर्चाओं में रहते हैं, उन्होंने एक बार फिर स्पष्ट कहा है कि देहरादून को ही उत्तराखंड की स्थायी राजधानी घोषित किया जाना चाहिए.
तिलक राज बेहड़ ने कहा कि अगर प्रदेश के नेता पहाड़ी इलाकों से मैदानों में आकर चुनाव लड़ना चाहते हैं, तो बेहतर होगा कि देहरादून को ही स्थायी राजधानी बना दिया जाए. उन्होंने तर्क दिया कि देहरादून में अरबों-खरबों रुपये का इंफ्रास्ट्रक्चर पहले से मौजूद है, जिसे गैरसैंण ले जाना न तो संभव है और न ही व्यावहारिक.
'गैरसैंण की भौगोलिक स्थिति राजधानी के अनुकूल नहीं'
कांग्रेस विधायक ने कहा कि गैरसैंण की भौगोलिक स्थिति और वहां की सीमित सुविधाएं स्थायी राजधानी के अनुकूल नहीं हैं. “कुमाऊं के लोग जब गैरसैंण जाते हैं तो सिंगल लेन सड़कों पर चार से पांच घंटे जाम में फंसे रहते हैं. वहां व्यवस्थाएं नहीं हैं और फिर भी उसे राजधानी बनाने की बात की जाती है.
कांग्रेस नेता का दावा- किसी विधायक ने नहीं किया विरोध
उन्होंने दावा किया कि विधानसभा में उनके इस बयान का किसी भी विधायक ने विरोध नहीं किया. “मैं सभी को बधाई देना चाहता हूं कि किसी ने मेरे वक्तव्य का विरोध नहीं किया. वोटों के लिए सब कुछ कहा जा सकता है, लेकिन सच्चाई यही है कि राजधानी देहरादून ही बनेगी चाहे आज बने या कल."
तिलक राज बेहड़ की मांग से बड़ी राजनीतिक हलचल
बेहड़ के इस बयान के बाद प्रदेश की राजनीतिक हलचल एक बार फिर तेज हो गई है. जहां एक ओर पहाड़ी क्षेत्र के लोग गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग दोहरा रहे हैं, वहीं देहरादून को राजधानी बनाए रखने के पक्षधर नेता और संगठन बेहड़ के बयान को सही ठहरा रहे हैं.
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