उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आज (19 दिसंबर) को पहले दिन राजनीतिक माहौल गर्म नजर आया. प्रतापगढ़ जिले की रामपुर खास विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक आराधना मिश्रा ‘मोना’ ने कोडीन कफ सिरप मामले को लेकर बड़ा बयान दिया. उन्होंने इस पूरे प्रकरण की सीबीआई जांच की मांग करते हुए कहा कि मामला बेहद गंभीर है और इसकी निष्पक्ष जांच जरूरी है.

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कांग्रेस विधायक अराधना मिश्रा मोना ने कहा कि कफ सिरप से जुड़ा मामला केवल स्थानीय जांच से सुलझने वाला नहीं है. इसमें बड़े स्तर पर गड़बड़ी की आशंका है, इसलिए इसकी सीबीआई से जांच कराई जानी चाहिए, ताकि सच सामने आ सके. उन्होंने कहा कि अगर सरकार को पारदर्शिता पर भरोसा है, तो उसे केंद्रीय एजेंसी से जांच कराने में कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.

बुलडोजर एक्शन पर उठाए सवाल

बुलडोजर एक्शन की मांग पर विधायक मोना ने कहा कि पहले भी कई मामलों में जल्दबाजी में बुलडोजर चलाए गए, जिन पर बाद में सवाल खड़े हुए. उन्होंने कहा कि केवल दबाव या माहौल के आधार पर कार्रवाई करना सही नहीं है.

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उनका कहना था कि पहले सही तथ्यों की जांच होनी चाहिए, उसके बाद ही दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए. निर्दोष लोगों को नुकसान नहीं पहुंचना चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि किसी के साथ फोटो आ जाने भर से कोई व्यक्ति आरोपी नहीं हो जाता.

बहराइच में गार्ड ऑफ ऑनर दिए जाने के मामले पर भी विधायक मोना ने सवाल उठाए. उन्होंने कहा कि गार्ड ऑफ ऑनर किसके आदेश पर दिया गया, इसकी जांच होनी चाहिए. यह देखा जाना चाहिए कि आदेश देने वाला कौन था और क्या प्रक्रिया का पालन किया गया.

बीजेपी के अंदरूनी विवाद पर तंज

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष से जुड़े विवाद पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि यह भाजपा का आंतरिक मामला है. बीजेपी के अंदर ही लोग अपने राष्ट्रीय अध्यक्ष के बारे में क्या भाव रखते हैं, यह सबके सामने है.