Brahmin Politics in Uttar Pradesh: उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी अब बढ़ने लगी है. इस बार राजनीतिक दल ब्राह्मण वोट की ओर टकटकी लगाए हुए हैं. हर दल ब्राह्मण वोट को साधकर अपनी राजनीतिक नाव को पार लगाना चाहता है. लेकिन, ब्राह्मण आज उसी की ओर देख रहा है जो देशहित के लिए, ब्राह्मण हित के लिए सोचेगा.


कांग्रेस नेता ने बाबा का अभिषेक कर चलाया अभियान
कांग्रेस का ब्राह्मण चेहरा कहे जाने वाले पूर्व सांसद राजेश मिश्रा आज काशी के लहरतारा मार्ग पर ब्राह्मण वोट का भिक्षाटन अभियान चलाकर ब्राह्मणों से कांग्रेस के साथ जुड़ने की अपील कर रहे हैं. अब एक बार फिर कांग्रेस का हाथ ब्राह्मण के साथ का नारा गूंज रहा है. 


ब्राह्मणों का रुख देशहित की बात करने वाले दल की ओर
बता दें कि, यूपी चुनाव में ब्राह्मण वोट 13 प्रतिशत का आंकड़ा रखता है. एक समय में ब्राह्मणों ने कांग्रेस का नारा बुलंद किया था. एक वो भी समय था जब बसपा ने भी हाथी नहीं गणेश है ब्रह्मा, विष्णु महेश है का नारा देकर ब्राह्मणों को अपने साथ जोड़ा था. सपा ब्राह्मणों को स्थान देकर वोट साधती रही है. बीजेपी भी ब्राह्मण वोट की महत्ता को समझती है लिहाजा वो भी धर्म को आधार बनाकर और ब्राह्मण जनों से संपर्क साधकर रणनीति बना रही है.


ब्राह्मण उचित समय देखकर लेंगे फैसला 
दूसरी ओर ब्राह्मण समाज देशहित की बात करने वाले, ब्राह्मण हित की बात करने वाले को अपना नेता चुनने की बात कह रहा है. श्री काशी विद्वत परिषद के महामंत्री पंडित रामनारायण द्विवेदी की मानें तो देशहित के लिए काम करने वाले की ओर ब्राह्मण देखेंगे. केंद्रीय ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष नागेंद्र प्रसाद की मानें तो इस बार ब्राह्मण उचित समय देखकर फैसला लेगा.


ब्राह्मण वोट पर सियासी दलों की नजर
बता दें कि, उत्तर प्रदेश में अगले साल के शुरू में होने जा रहे विधानसभा चुनावों को ध्यान में रखते हुए समाजवादी पार्टी (सपा) ने अपने ब्राह्मण संपर्क कार्यक्रम के तहत 'प्रबुद्ध सम्मेलनों' की एक श्रृंखला आयोजित करने की मंजूरी दे दी है. सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने सोमवार को बताया कि पार्टी के प्रबुद्ध प्रकोष्ठ और परशुराम पीठ के वरिष्ठ सपा नेताओं ने रविवार को पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव से मुलाकात की. पार्टी अध्यक्ष ने अगले महीने बलिया से बैठकों की एक श्रृंखला आयोजित करने की अनुमति दी है.


करना होगा वक्त का इंतजार
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव करीब है. सियासी पार्टियों की नजर उस वोट पर है जो खास है. अब देखना ये होगा कि आने वाले वक्त में ब्राह्मण किस ओर जाएगा.



ये भी पढ़ें:


यूपी चुनाव: मायावती के बाद अब अखिलेश यादव का 'ब्राह्मण कार्ड', बनाई ये रणनीति


यूपी विधानसभा चुनाव: युवाओं पर अधिक भरोसा दिखाने के मूड में BJP, इन विधायकों का कटेगा टिकट