लखनऊ (रिपोर्टर संतोष कुमार के इनपुट से). उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बुधवार को विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत की घोषणा की. इस दौरान उन्होंने कहा कि बरसात को मौसम में बीमारियों के बढ़ने की आशंका बनी रहती है. सीएम योगी ने कहा कि इस सीजन में काला ज्वर, चिकनगुनिया, डेंगू जैसी बीमारियां थोड़ी सी भी लापरवाही में जानलेवा साबित हो सकती हैं. अभियान का शुभारंभ करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जन-जन को स्वस्थ रखना ही सरकार का लक्ष्य है.


मुख्यमंत्री ने अपने संबोधन के दौरान बताया कि इंसेफेलाइटिस से वर्ष 2016, 2017 में 600 मौतें हर साल हुईं. 2019 में 126 मौतें हुई. उन्होंने कहा कि ये जन जागरण का ही नतीजा है कि अब लगातार मौत का आंकड़ा कम हो रहा है.


सीएम योगी ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश समेत राज्य के कई हिस्सों में इंसेफेलाइटिस गंभीर बीमारी थी लेकिन सरकार के प्रयासों से पूरे प्रदेश मे इंसेफलाइटिस को पूरी तरह से नियंत्रित किया जा सका है. सीएम ने कहा कि इसी तरह हमें डेंगू के खतरे को भी प्रभावी अंकुश लगाना है.


कोविड-19 पर भी बोले मुख्यमंत्री


मुख्यमंत्री ने कोरोना महामारी का जिक्र करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश में आज एक लाख 51 हजार बेड मौजूद हैं. हमारा प्रयास है कि हम टेस्टिंग की क्षमता 30 हजार प्रतिदिन तक बढ़ाये. यही नहीं सीएम ने कहा कि एक लाख से अधिक सर्विलांस की टीम प्रदेश में लगाई हैं.


जानकारी देते हुये उन्होंने कहा कि अभी शुरुआत मेरठ मंडल से की जा रही है. सर्विलांस सिस्टम से जब हम प्रत्येक व्यक्ति की स्क्रीनिंग कर लेंगे, तब कोरोना का आंकड़े जरूर बढ़ेंगे लेकिन मौतें रोकी जा सकेंगी.


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