लखनऊ. (वीरेश कुमार पांडेय). प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को देश के सबसे बड़े रोजगार कार्यक्रम को ऑनलाइन माध्यम से संबोधित करेंगे. इस रोजगार कार्यक्रम से उत्तर प्रदेश के एक करोड़ से ज्यादा नौकरी और रोजगार पाने वाले लोग जुड़ेंगे. इसमें तीन प्रकार के रोजगार के कार्यक्रम जुड़े हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के प्रयासों से प्रदेश के 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को नौकरी और रोजगार मिलेगा. इसमें अन्य राज्यों से घर लौटे प्रवासी श्रमिक और कामगार के साथ साथ स्थानीय लोग लाभान्वित होंगे.


तीन तरह के लाभार्थी


देश के सबसे बड़े इस रोजगार कार्यक्रम में तीन प्रकार के रोजगार कार्यक्रम को शामिल किया गया है. पहला भारत सरकार का आत्मनिर्भर भारत रोजगार कार्यक्रम है. इसे भारत सरकार ने शुरू किया है. इसमें वे लोग शामिल हैं, जिन लोगों को इस कार्यक्रम के जरिये रोजगार दिया गया है.


जबकि दूसरा एमएसएमई सेक्टर में जिन लोगों को नौकरी मिली है और सरकार ने जिन औद्योगिक संगठनों के साथ एमओयू किया है, ये लोग भी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे.


तीसरा कार्यक्रम स्वतः रोजगार का है. इसमें वे लोग होंगे, जिसमे उनके उद्यम के लिए बैंकों और सरकारी प्रयासों से कर्ज दिलाकर उनके रोजगार और ऊद्यम को शुरू करवाया गया है. ऐसे लोग भी इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे.


देश का सबसे बड़ा रोजगार कार्यक्रम


देश का यह सबसे बड़ा रोजगार कार्यक्रम है, जिसे दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और उत्तर प्रदेश से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ऑनलाइन माध्यम से लाभार्थियों से मुखातिब होंगे. एक दिन में 1 करोड़ से ज्यादा लोगों को नौकरी और रोजगार देने वाली यह सबसे बड़ी संख्या होगी, जिसमें प्रवासी और स्थानीय लोग शामिल होंगे. इसमें दिल्ली से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑनलाइन माध्यम से उत्तर प्रदेश के 6 जिलों के लाभार्थियों से बात भी करेंगे. जबकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ से इस कार्यक्रम के जरिये लाभार्थियों से बात करेंगे.


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