प्रयागराज. संगम नगरी प्रयागराज जल्द ही नाथ संप्रदाय की बड़ी तपस्थली व केंद्र के रूप में भी जानी जाएगी. नाथ संप्रदाय यहां अपना बड़ा आश्रम, मंदिर और अखाड़ा बनवाने जा रहा है. यूपी के सीएम और गोरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की दिलचस्पी के बाद योगी महासभा ने इसके लिए प्रयागराज में संगम के ठीक नजदीक दो बीघे से ज्यादा जमीन भी खरीद ली है. यहां बनने जा रहा आश्रम और मंदिर, नाथ संप्रदाय की गोरखपुर स्थित गोरक्ष पीठ की तर्ज पर तैयार किया जाएगा.


गोरक्षनाथ की 60 फीट ऊंची मूर्ति लगेगी
इस जमीन पर नाथ संप्रदाय के आराध्य गुरु गोरक्षनाथ की 60 फीट ऊंची मूर्ति लगवाई जाएगी. यह नाथ संप्रदाय के आराध्य की सबसे बड़ी मूर्ति होगी. इस जगह पर नींव खुदाई का काम अगले हफ्ते शुरू हो जाएगा. योगी आदित्यनाथ हरिद्वार कुंभ के शाही स्नानों के बाद अप्रैल महीने के आखिरी हफ्ते में खुद भूमि पूजन व शिलान्यास कर निर्माण की शुरुआत कराएंगे. इस पूरे प्रोजेक्ट में तकरीबन पांच करोड़ रुपये योगी महासभा खुद खर्च करेगी, जबकि बाकी की रकम चंदे और दान से जुटाई जाएगी.


गरीबों के मुफ्त इलाज के लिए बनेगा अस्पताल
कहा जा रहा है कि सीएम योगी इस प्रोजेक्ट के जरिये प्रयागराज को भी नाथ संप्रदाय के बड़े सेंटर के रूप में विकसित करना चाहते हैं. इसमें गरीबों के मुफ्त इलाज के लिए अस्पताल बनेगा. साथ ही एक साथ दो हजार लोगों को भंडारा कराने के भी इंतजाम रहेंगे. इसके अलावा 60 कमरों की धर्मशाला भी बनेगी. सीएम योगी के प्रोजेक्ट को लेकर सरकारी अमला भी आस -पास के इलाकों को चमकाने और व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुट गया है.


ढाई साल पहले जताई थी इच्छा
दरअसल, योगी जब ढाई साल पहले कई बार प्रयागराज में कुंभ की तैयारियों की समीक्षा के लिए आए थे, उन्होंने तभी अपने संप्रदाय का सेंटर यहां शुरू किये जाने की इच्छा जताई थी. अखाड़ा परिषद से जुड़े प्रमुख संतों के साथ ही सरकार और पार्टी के कुछ लोगों को जमीन खोजने की जिम्मेदारी दी गई, लेकिन सीएम योगी की पसंद के मुताबिक जगह नहीं मिल पा रही थी. पिछले दिनों संगम के ठीक नजदीक अरैल इलाके में सोमेश्वर महादेव मंदिर के नजदीक की जमीन देखी गई.


प्रयागराज में बीजेपी के युवा मोर्चा के अध्यक्ष और पूर्व पार्षद विनय कुमार मिश्र ने इस बारे में सीएम योगी तक जानकारी पहुंचवाई. सीएम योगी के साथ ही योगी महासभा के महामंत्री महंत चितई नाथ और नाथ संप्रदाय के संत व अलवर से सांसद बाबा बालक नाथ ने इस जमीन पर मुहर लगा दी. इसके बाद योगी महासभा के नाम इसकी रजिस्ट्री करा दी गई.


क्या होगा खास
प्रयागराज में बनने जा रहे इस आश्रम और मंदिर में नाथ संप्रदाय के संतों के धूनी रमाने और ध्यान व पूजा अर्चना करने के विशेष इंतजाम होंगे. संतों के ठहरने के लिए कमरों से लेकर डारमेट्री तक की व्यवस्था होगी. इसमें सत्संग और प्रवचन का बड़ा हाल होगा. वहीं, भोजन परोसने का स्थान इतना बड़ा होगा, जिसमे एक साथ दो हजार लोगों को भंडारे का प्रसाद दिया जा सकेगा. महात्माओं के भजन कीर्तन व दूसरे आध्यात्मिक कार्यक्रमों के लिए अलग से सभागार बनाया जाएगा. मंदिर के बाहरी हिस्से में गुरु गोरक्षनाथ की 60 फीट ऊंची और 30 फिट चौड़ी विशालकाय मूर्ति लगाई जाएगी. यह प्रतिमा संगमरमर की होगी. इसके अलावा चार फिट का सिंहासन भी होगा. आश्रम में योग और ध्यान की कक्षाएं चलेंगी. इसके साथ ही यहां मिनी अस्पताल भी बनेगा, जिसमे लोगों को मुफ्त दवाएं दी जाएंगी.


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