UP News: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को अयोध्या में सरयू महोत्सव और नगर निगम के दो वर्ष पूरे होने पर एक विशेष कार्यक्रम में भाग लिया. इस दौरान उन्होंने पौधरोपण अभियान की शुरुआत की और नगर निगम के कामकाज की सराहना की. मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं पर गोलियां चलती थीं, लेकिन आज उन पर पुष्पवर्षा होती है. उन्होंने कहा कि अयोध्या ने आज पूरी दुनिया के सामने ‘अतिथि देवो भवः’ की एक नई परिभाषा गढ़ दी है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या का बदला हुआ स्वरूप सभी के सामने है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में 22 जनवरी 2024 को भगवान श्रीराम लला की प्राण प्रतिष्ठा ने 500 वर्षों के लंबे इंतजार को खत्म कर दिया. यह भारत के सांस्कृतिक गौरव की नई शुरुआत है. उन्होंने श्रीराम जन्मभूमि ट्रस्ट के पदाधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि इस ऐतिहासिक काम से हर सनातन धर्मावलंबी का सिर गर्व से ऊंचा हुआ है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि मां गंगा और मां सरयू नदियों का हमारे पूर्वजों और भगवान श्रीराम से गहरा रिश्ता है. उन्होंने सरयू महोत्सव के आयोजन को सराहा और कहा कि मां सरयू हजारों वर्षों से अयोध्या की पहचान हैं. गंगा दशहरा के अवसर पर उन्होंने मां गंगा के महत्व पर भी प्रकाश डाला. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आधुनिक भारत का ‘भगीरथ’ बताते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में ‘नमामि गंगे’ अभियान से मां गंगा का पानी फिर से निर्मल हुआ है. पहले की सरकारों की लापरवाही और अवैज्ञानिक कामों की वजह से गंगा प्रदूषित हो गई थी, लेकिन अब स्थिति बदल रही है. प्रयागराज महाकुंभ में 66 करोड़ श्रद्धालु मां गंगा की निर्मलता का साक्षी बने.

सीएम योगी ने पर्यावरण संरक्षण की जरूरत को दोहराया

मुख्यमंत्री ने पर्यावरण संरक्षण की जरूरत को दोहराया. उन्होंने ‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का जिक्र करते हुए कहा कि हर कोई एक पेड़ अपनी मां के नाम पर लगाए, तो धरती फिर से हरी-भरी हो जाएगी. मुख्यमंत्री ने बताया कि सुबह लखनऊ में अपने घर पर बेल और फिर अयोध्या के सरयू तट पर पीपल, पाकड़, नीम जैसे पेड़ लगाए गए.

उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी 23 जून को श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर प्रदेशभर में बड़े स्तर पर पौधरोपण अभियान चलाएगी. 1 से 7 जुलाई तक नदियों के किनारे पौधरोपण होगा और हर जिले में एक नदी को फिर से जिंदा करने का संकल्प लिया गया है. मुख्यमंत्री ने नगर निगम के दो साल पूरे होने पर महापौर गिरीश पति त्रिपाठी, पार्षदों और कर्मचारियों को बधाई दी. उन्होंने बताया कि इस मौके पर 30 करोड़ की परियोजनाओं का लोकार्पण और 33 करोड़ की योजनाओं का शिलान्यास किया गया है.

सीएम योगी ने तीन महिला सफाईकर्मियों को भी सम्मानित किया

मुख्यमंत्री ने कहा कि पहले अयोध्या में बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी थी, लेकिन अब यहां का वातावरण स्वच्छ और सुंदर है. उन्होंने नगर निगम की तीन महिला सफाईकर्मियों को भी सम्मानित किया और कहा कि पिछले साल 16 करोड़ श्रद्धालु अयोध्या आए. यह नगर निगम की मेहनत और ईमानदारी का नतीजा है.

मुख्यमंत्री ने महर्षि वाल्मीकि द्वारा वर्णित अयोध्या के दिव्य स्वरूप का भी जिक्र किया और कहा कि अब अयोध्या का सौंदर्यीकरण तेजी से हो रहा है. यहां का अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट, मठ-मंदिरों का विकास और राम की पैड़ी का विस्तार इसे और भव्य बना रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि मां जानकी, भरत, लक्ष्मण, शत्रुघ्न, हनुमान, सुग्रीव, जामवंत, माता शबरी और निषाद राज के नाम पर यहां वाटिकाएं विकसित की जाएंगी.

मुख्यमंत्री ने नगर निगम की स्मारिका का विमोचन किया

उन्होंने अयोध्यावासियों से अपील की कि वे जिला प्रशासन के साथ मिलकर अपनी नदियों को फिर से जिंदा करने के लिए काम करें. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने नगर निगम की स्मारिका का विमोचन किया और विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए प्रदर्शनी स्टालों का अवलोकन भी किया. मुख्यमंत्री के इस संबोधन ने अयोध्या में विकास और पर्यावरण संरक्षण को एक साथ जोड़ने का संदेश दिया. कार्यक्रम में कई कैबिनेट मंत्री, विधायक, संतजन, महापौर, पार्षद और गणमान्य लोग मौजूद रहे. इस आयोजन ने दिखा दिया कि अयोध्या अब सिर्फ आस्था का नहीं, बल्कि विकास का भी बड़ा केंद्र बन चुका है.