उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में पत्रकार पंकज मिश्रा की हत्या के मामले में एक ओर जहां पुलिसिया कार्रवाई तेज हो गई है वहीं राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने मृतक के परिजनों से मुलाकात की. मुलाकात के दौरान परिजनों ने अपना दुःख सीएम से साझा किया और मांग की है कि इस मामले में सख्त कार्रवाई हो ताकि आरोपी न बच सकें. सीएम ने भी परिजनों को आश्वस्त किया है कि सरकार पूरी सहायता करेगी और कोई लापरवाही नहीं होगी.

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सूचना विभाग द्वारा जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि दिवंगत पंकज मिश्रा की पत्नी लक्ष्मी मिश्रा और उनके भाई अरविंद मिश्रा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से भेंट की. इस दौरान उन्होंने दिवंगत पत्रकार से जुड़े घटनाक्रम की जानकारी मुख्यमंत्री को दी. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि दुख की इस घड़ी में राज्य सरकार शोक संतप्त परिवार के साथ पूरी मजबूती से खड़ी है. उन्होंने परिवार को हरसंभव सहयोग का आश्वासन देते हुए कहा कि इस प्रकरण में विधि सम्मत  कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी और किसी भी स्तर पर लापरवाही नहीं बरती जाएगी. मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत की आत्मा को शांति प्रदान करने और शोकाकुल परिवार को इस अपार दुःख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना की.

दो आरोपी गिरफ्तार

उधर इस मामले में पुलिस ने बुधवार को दो व्यक्तियों को गिरफ्तार किया. पुलिस ने बताया कि देहरादून के कैंट क्षेत्र के रहने वाले अमित सहगल (51) और मुंबई निवासी पार्थो शील (45) को मृतक के भाई द्वारा दी गयी तहरीर के आधार पर दर्ज मुकदमे में पूछताछ के लिए बुलाया गया था जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया.

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मृतक पत्रकार के भाई अरविंद मिश्रा ने मंगलवार देर रात पुलिस में तहरीर देकर सहगल और अन्य के खिलाफ हत्या, घर में जबरन घुसने और लूटपाट करने का आरोप लगाया था जिसके बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की थी. अरविंद मिश्रा उत्तर प्रदेश स्थित लखनऊ निवासी हैं.

शिकायत में क्या कहा गया था?

तहरीर में कहा गया कि 15 दिसंबर की रात लगभग 10 बजे सहगल कुछ लोगों के साथ एक गिरोह बनाकर पंकज मिश्रा के दून विहार स्थित किराए के घर में आया और गाली-गलौच करते हुए जान से मारने की नीयत से मारपीट शुरू कर दी.

इसमें आरोप लगाया कि सहगल ने पंकज मिश्रा के सीने और पेट पर लात-घूंसे मारे जिससे उनके मुंह से खून निकलने लगा. मारपीट के बाद सहगल ने पंकज का मोबाइल फोन भी छीन लिया. इस बीच, पंकज की पत्नी लक्ष्मी ने अपने मोबाइल फोन से पुलिस को सूचना देनी चाही तो सहगल और उसके साथियों ने उनका भी फोन छीन लिया और उससे बदसलूकी करते हुए भाग गए.

तहरीर के अनुसार, इसके बाद पंकज ने किसी राहगीर के फोन से पुलिस को इस घटना की सूचना दी. मौके पर आने के बाद पुलिस ने पंकज से अपनी चिकित्सा जांच कराने और तहरीर लिखाने को कहा लेकिन उन्होंने चोट और डर के कारण रात में न जाने और सुबह कार्रवाई करने की बात कही.

घटना के कुछ घंटों बाद मंगलवार तड़के तीन बजे पंकज ने अपनी पत्नी से कहा कि उनके पेट में दर्द हो रहा है और इसके बाद जैसे ही वह बिस्तर से खड़े हुए, अचेत होकर जमीन पर गिर पड़े. तहरीर में कहा गया है कि पंकज की पत्नी ने पड़ोसियों की मदद से उन्हें दून अस्पताल पहुंचाया जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.

घटना की निष्पक्ष एवं पारदर्शी जांच होगी- पुलिस

इस बीच, मृतक के परिजनों ने देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह से मुलाकात कर शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराने की मांग की जिसके बाद शव का डॉक्टरों के एक पैनल द्वारा दोबारा पोस्टमार्टम किया गया .

पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में जानकारी मिली है कि सोशल मीडिया पर पंकज मिश्रा ने सहगल के खिलाफ कोई पोस्ट लिखा था जिससे नाराज होकर सहगल ने अपने साथियों के साथ मिलकर उनसे मारपीट की.

उसने बताया कि मृतक की पत्नी, उनके मकान मालिक और आसपास रहने वाले लोगों के बयान दर्ज करते हुए टीम द्वारा घटनास्थल का निरीक्षण कर भौतिक साक्ष्य संकलित किए गए हैं.

एसएसपी ने कहा कि अभी तक मामले में प्राप्त साक्ष्यों एवं बयानों के आधार पर कार्रवाई की गयी है और मामले की विस्तृत एवं गहन विवेचना के लिए साइबर सेल, एसओजी, फोरेंसिक टीम को भी जांच में लगाया गया है. उन्होंने कहा कि घटना की निष्पक्ष एवं पारदर्शी जांच की जाएगी.