उत्तराखंड के हरसिल के निकट धराली में मंगलवार को विनाशकारी बादल फटने के बाद भारतीय सेना ने राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है. भारतीय सेना ने बही 70 से अधिक लोगों को सुरक्षित निकाल लिया है. जबकि मौसम अब भी खराब बना हुआ है, बावजूद इसके सेना के जवानों के हौसले कम नहीं हो रहे हैं.
भारी बारिश और भूस्खलन के कारण कई सड़कें क्षतिग्रस्त हुईं और एक प्रमुख पुल ढह गया, जिससे यह क्षेत्र उत्तर और दक्षिण दोनों ओर से कट गया है. 225 से अधिक सैन्यकर्मी, जिसमें पैदल सेना और इंजीनियरिंग टीमें शामिल हैं, खोज, बचाव और राहत कार्यों में जुटे हैं.
वर्तमान तैनाती और कार्रवाई
- तैनात सैनिक: 225 से अधिक जवान, जिसमें इन्फेंट्री और इंजीनियरिंग टीमें, मलबा हटाने और आवाजाही बहाल करने में लगे हैं.
- इंजीनियर टीम: लड़ाकू इंजीनियर धराली पहुंच गए हैं और मलबा हटाने तथा सड़कों को बहाल करने में सहायता कर रहे हैं.
विशेष संसाधन
- रीको रडार: टेकला के पास 7 टीमें रीको रडार के साथ तैनात हैं.
- खोज और बचाव कुत्ते: हरसिल में खोज कुत्ते तैनात हैं, और रिमाउंट व पशु चिकित्सा केंद्रों से अतिरिक्त कुत्ते रास्ते में हैं.
हवाई सहायता
- सैन्य हेलीपैड: हरसिल में सैन्य हेलीपैड पूरी तरह चालू है.
- नागरिक हेलीकॉप्टर: SDRF के समन्वय में सहस्त्रधारा से प्रक्षेपित 3 नागरिक हेलीकॉप्टर भटवारी और हरसिल में उतरे, जहां घायलों को निकाला गया और राहत सामग्री वितरित की गई.
- हेलीकॉप्टर स्टैंडबाय: जॉली ग्रांट, चंडीगढ़ और सरसावा में चिनूक, एमआई-17 और एएलएच हेलीकॉप्टर सैनिकों और सामग्री के हवाई परिवहन के लिए तैयार हैं, लेकिन कार्य शुरू होने की मंजूरी का इंतजार है.
हताहत और निकासी
- बचाए गए नागरिक: 70 लोगों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया.
- नागरिक हताहत: 3 लोगों की मौत की पुष्टि, 50 से अधिक लोग लापता.
- सेना: 1 जेसीओ और 8 जवान लापता.
- हवाई निकासी: 3 हताहतों को नागरिक हेलीकॉप्टरों से सुरक्षित निकाला गया.
नुकसान और पहुंच
- सड़कें प्रभावित: बर्तवारी, लिंचीगाड़ और गंगरानी के पास प्रमुख सड़क मार्ग बह गए, जिससे आवाजाही बुरी तरह प्रभावित हुई.
- सिविल हेलीपैड: भूस्खलन के कारण धराली का सिविल हेलीपैड अभी भी बंद है.
चुनौतियां और प्रतिबद्धता
दुर्गम भूभाग और लगातार बारिश के बावजूद भारतीय सेना स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर बचाव और राहत कार्यों में पूरी तरह प्रतिबद्ध है. धराली में बादल फटने से आई बाढ़ ने क्षेत्र में तबाही मचाई है, और मौसम विभाग ने 06 से 12 अगस्त तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जो राहत कार्यों को और चुनौतीपूर्ण बना सकती है.
अपडेट और सलाह
सेना ने स्थिति पर नजर रखते हुए नियमित अपडेट देने का वादा किया है. प्रशासन ने लोगों से पहाड़ी और नदी किनारे क्षेत्रों से दूर रहने और सावधानी बरतने की सलाह दी है.