गाजियाबाद विकास प्राधिकरण (जीडीए) ने राजनगर एक्सटेंशन की साफ-सफाई व्यवस्था को और बेहतर बनाने की दिशा में ठोस कदम उठाए हैं. इस संबंध में जीडीए उपाध्यक्ष श्री अतुल वत्स के दिशा-निर्देश पर प्राधिकरण अधिकारियों ने फेडरेशन ऑफ राजनगर एक्सटेंशन और विभिन्न रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशनों (आरडब्ल्यूए) के पदाधिकारियों व प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. बैठक का मुख्य एजेंडा था-क्षेत्र की सड़कों और आसपास की सोसाइटियों की स्वच्छता को व्यवस्थित और प्रभावी बनाना.
वहीं बैठक में अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि प्राधिकरण द्वारा पहले से ही एक अधिकृत फर्म को सोसाइटियों से निकलने वाले कचरे के निस्तारण की जिम्मेदारी दी गई है. इसके बावजूद, कई सोसाइटियां कचरा निस्तारण के लिए निजी और अनाधिकृत व्यक्तियों की सेवाएं ले रही हैं. ये व्यक्ति अक्सर कूड़ा सड़क किनारे डंप कर देते हैं, जिससे न केवल स्वच्छता व्यवस्था प्रभावित होती है बल्कि आस-पास के निवासियों के स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक असर पड़ता है. ऐसे में गंदगी, दुर्गंध, बीमारियों के खतरे और प्रदूषण जैसी गंभीर समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं.
दरअसल प्राधिकरण ने साफ निर्देश दिया कि भविष्य में केवल अधिकृत फर्म को ही सोसाइटियों से निकलने वाले कचरे के निस्तारण का अधिकार होगा. इस व्यवस्था से न केवल क्षेत्र की सफाई बेहतर होगी बल्कि कचरे के प्रबंधन को भी वैज्ञानिक और व्यवस्थित तरीके से लागू किया जा सकेगा.
वहीं बैठक के दौरान फेडरेशन और आरडब्ल्यूए प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया कि वे सभी सोसाइटियों के निवासियों और प्रबंधन समितियों को जागरूक करेंगे और इस बात पर सहमति बनाएंगे कि केवल अधिकृत फर्म को ही कचरा सौंपा जाए.अधिकारियों ने यह भी कहा कि आने वाले दिनों में यदि किसी सोसाइटी द्वारा अनधिकृत व्यक्तियों के माध्यम से कचरा डंप करने की शिकायत मिली, तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.