मुरादाबाद. उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद के थाना डिलारी इलाके के गांव महमूदपुर लाल गांव में उस समय अफरातफरी का माहौल बन गया, जब कारोना जांच के लिये पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीम के सैम्पलिंग करने को लेकर दो पक्ष आमने-सामने आ गए. दोनों ही पक्षों में जमकर लाठी-डंडे चलने से चार लोग गंभीर रूप से घायल हो गए. हंगामे की सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को एंबुलेंस से पास के ही प्रथमिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. हमले में शामिल दबंग फरार आरोपियों की तलाश में पुलिस जुट गई है.

ये था पूरा विवाद

मुरादाबाद के थाना डिलारी के गांव महमूदपुर लाल गाँव में पूर्व प्रधान असलम के घर में एक सदस्य की तबियत खराब होने के बाद कोरोना संदिग्ध मानकर जांच की गई. इस जांच में परिवार के कई लोगों की कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आने से बौखलाए पूर्व प्रधान असलम के ऊपर आरोप है कि उसने गांव में जगह-जगह ये कहना शुरू कर दिया है कि कोरोना पॉज़िटिव मिलने पर मौजूदा ग्राम प्रधान और कोरोना से स्वस्थ्य हुये व्यक्ति को सरकार 50-50 हज़ार रुपये देती है.

इस बात की जानकारी जब गांव के मौजूदा प्रधान मोहम्मद आरिफ को मिली, तो मौजूदा प्रधान ने पूर्व प्रधान असलम को समझाया कि अफवाहों को न फैलाओ, जो सरकार की गाइडलाइन है, हम सबको उसका पालन करना चाहिए. मौजूदा प्रधान आरिफ़ की ये बात पूर्व प्रधान असलम को बुरी लग गई. आरोप है कि ग्राम प्रधान आरिफ के साथ पूर्व प्रधान असलम ने गाली गलौज कर लाठी-डंडों व तमंचे की बटों से और धारदार हथियार से मारना पीटना शुरू कर दिया.

हमले में चार लोग घायल

इस हमले में आरिफ़ पक्ष के चार लोग बुरी तरह से घायल हो गये. दबंग आरोपी घटना के बाद मौके से फरार हो गए. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गई. सभी घायलों को पास के ही डिलारी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है. पुलिस ने तहरीर के आधार पर हमला करने वाले दबंग आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और आगे की कार्रवाई की बात कह रही है.

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