Chitrakoot News: चित्रकूट (Chitrakoot) में डायरिया (Diarreha)के प्रकोप से लगातार बच्चों की मौत होने का सिलसिला जारी है. जिले में डायरिया से पीड़ित दो सगी बहनों की मौत हो गई है तो एक बहन की हालत गंभीर होने पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिले में अब तक डायरिया से 4 लोगों की मौत हो चुकी है. इसके बावजूद प्रशासन लापरवाह बना हुआ है. बता दें कि मानिकपुर तहसील में लगातार आए दिन किसी न किसी गांव में डायरिया के मरीज देखने को मिल रहे हैं. 

क्या है पूरा मामला?मानिकपुर के चूल्हि गांव में डायरिया से दो सगी बहनों की मौत होने से गांव में दहशत फैल गई है. बताया जा रहा है कि शीतल, निर्मला, और राधिका नाम की तीनो बच्चियों की डायरिया से हालत बिगड़ गई थी जिनका इलाज गांव में ही करवाया था लेकिन उनको सही इलाज न मिलने के कारण शीतल और निर्मला की मौत हो गई और उसकी तीसरी बहन राधिका की हालत गंभीर होने पर आनन-फानन में उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज जारी है.

प्रशासन बना हुआ है लापरवाहइस घटना के बाद से पूरे गांव में दहशत का माहौल है. इसके बावजूद प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के बड़े अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे हैं. पहले भी मानिकपुर तहसील के निही गांव में अजीत नाम के 3 वर्ष की बच्चे की डायरिया से मौत हो चुकी है और छेरिरिया गांव में सुआकली नाम की 70 वर्षीय महिला की डायरिया से मौत हो चुकी है. अब तक जिले में कुल 3 बच्चे सहित चार लोगों की मौत हुई है. लगातार गांव में डायरिया से मौत होने के बाद भी जिम्मेदार अधिकारी गांव पहुंचने की जहमत नहीं उठा रहे हैं. वहीं अपर मुख्य चिकित्साधिकारी रमाकांत चौरिहा ने कहा कि मानिकपुर के चूल्हि गांव में दो बच्चों की मौत की जानकारी प्राप्त हुई है, आज ही टीम के साथ जाकर बीमार लोगों के बीच दवाओं का वितरण करवाएंगे.

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