ग्रेटर नोएडा में आस्था का महापर्व छठ पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाने की तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. व्रती 27 अक्टूबर की शाम को डूबते सूर्य को और 28 अक्टूबर की सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य अर्पित करेंगे. व्रतियों की सुविधा के लिए ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने शहर भर के कृत्रिम तालाबों और घाटों की मरम्मत, सफाई और प्रकाश व्यवस्था को दुरुस्त करने का अभियान तेज़ कर दिया है.
प्राधिकरण ने घाटों की मरम्मत, सफाई और रोशनी का विशेष इंतज़ाम किया
ग्रेटर नोएडा में बड़ी संख्या में बिहार, झारखंड और पूर्वी उत्तर प्रदेश के लोग निवास करते हैं, जो हर साल श्रद्धा और भक्ति से छठ पर्व मनाते हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए प्राधिकरण के सीईओ एन.जी. रवि कुमार ने सभी वर्क सर्किल प्रभारियों को निर्देश दिए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में स्थित छठ घाटों को व्रतियों के अनुकूल बनाने के लिए पूरी तैयारी करें.
व्रतियों की सुविधा के लिए तालाब और घाट तैयार
प्राधिकरण के परियोजना विभाग ने शहर के प्रमुख स्थानों पर बने कृत्रिम तालाबों की मरम्मत और सौंदर्यीकरण कार्य लगभग पूरा कर लिया है. इनमें नॉलेज पार्क-1 स्थित आईईसी कॉलेज के पास का तालाब, है बतपुर कम्युनिटी सेंटर, ग्रेटर नोएडा वेस्ट के टेकजोन-4 स्थित चेरी काउंटी सोसाइटी के पास के घाट, सेक्टर-3, सेक्टर पी-3, कुलेसरा, और सेक्टर ज्यू-2 प्रमुख हैं.
इन सभी स्थानों पर जलभराव, साफ-सफाई और लाइटिंग के पर्याप्त इंतज़ाम किए जा रहे हैं ताकि व्रतियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो.
शहर में श्रद्धा और उल्लास का माहौल, प्राधिकरण द्वारा अतिरिक्त व्यवस्था
सभी वरिष्ठ प्रबंधकों को यह निर्देश दिया गया है कि वे निर्धारित पूजा स्थलों का स्थल निरीक्षण कर शेष कार्यों को जल्द से जल्द पूरा कराएं. छठ घाटों पर की जा रही तैयारी से शहर में श्रद्धा और उल्लास का माहौल है. श्रद्धालु व्रती अब भक्ति और स्वच्छता से युक्त वातावरण में सूर्य को अर्घ्य अर्पित कर सकेंगे. एसीईओ प्रेरणा सिंह ने विद्युत और जल विभागों को निर्देश दिए हैं कि तालाबों में पर्याप्त पानी और रोशनी की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
वहीं, एसीईओ सुमित यादव ने बताया कि यदि व्रतियों द्वारा किसी अन्य स्थान पर छठ पूजा के लिए तालाब या गड्ढे में सफाई और रोशनी की आवश्यकता हो, तो प्राधिकरण को सूचित किया जा सकता है. प्राधिकरण ऐसे स्थानों पर भी तुरंत सभी आवश्यक इंतज़ाम करेगा