Uttarakhand News: बद्रीनाथ धाम (Badrinath Dham) के कपाट खुलने के साथ ही उत्तराखंड में चारधाम की यात्रा (Chardham Yatra 2023) पूरी तरह से शुरू हो गई है. चारधाम यात्रा में लगातार बढ़ रहे श्रद्धालुओं की संख्या और देश के तमाम राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग (Health Department) ने कई भाषाओं में हेल्थ एसओपी जारी की है. पहली बार स्वास्थ्य विभाग ने हिंदी और अंग्रेजी के अलावा 9 भाषाओं में हेल्थ एडवाइजरी जारी है, ताकि देश के अलग-अलग राज्य से आने वाले श्रद्धालुओं को उनकी लोकल भाषा में जानकारी उपलब्ध हो सके.


चार धाम यात्रा के दौरान देश के अलग-अलग राज्यों से आने वाले यात्रियों को हिंदी और अंग्रेजी में ही तमाम बातों की जानकारी साइन बोर्डों के माध्यम से दी जाती है. देश के अलग अलग राज्यों से आने वाले कुछ श्रद्धालु ऐसे होते हैं जिन्हें हिंदी और इंग्लिश का सही ज्ञान नहीं होती, इसलिए इस बार स्वास्थ्य विभाग ने स्वास्थ्य से संबंधित सभी जानकारियां हिंदी और इंग्लिश के अलावा 9 क्षेत्रीय भाषाओं में भी दी हैं, ताकि श्रद्धालु अपने क्षेत्र की भाषा के आधार पर सही जानकारी पढ़ सकें.


स्वास्थ्य सचिव ने क्या बताया
ज्यादा जानकारी देते हुए स्वास्थ्य सचिव डॉ राजेश कुमार ने बताया कि चार धाम यात्रा में देश के तमाम हिस्सों से श्रद्धालु आते हैं, लेकिन कई बार देखने को मिलता है कि उनके लोकल भाषा में स्वास्थ्य गाइडलाइन ना होने के चलते श्रद्धालुओं को गाइडलाइन समझने में दिक्कतें होती हैं. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने एक पहल करते हुए 9 और भाषाओं में एसओपी जारी  की है, जिससे अन्य राज्यों से आने वाले श्रद्धालुओं को उनकी भाषा में स्वास्थ्य संबंधी गाइडलाइन मिल सके, साथ ही उनको इससे गाइडलाइन पूरी तरह से भी समझ आ जायेगा.


स्वास्थ्य विभाग ने हिंदी और इंग्लिश के अलावा 7 और भाषाएं जिसमें बंगाली, गुजराती, तमिल, तेलगु, मलयालम, कन्नड़ और उड़िया भाषा में भी एसओपी जारी की है. इससे श्रद्धालु अपने लोकल भाषा में हेल्थ एसओपी को पढ़ पाएंगे.


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