Chardham Yatra 2023: उत्तराखंड में चारधाम यात्रा के दौरान वीआईपी दर्शन के लिए अब शुल्क लगेगा. इसके लिए बद्री-केदार मंदिर समिति ने तैयारी पूरी कर ली है. खासकर बद्रीनाथ (Badrinath Dham) और केदारनाथ धाम (Kedarnath Dham) में इसकी व्यवस्था की जा रही है. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक शुल्क 500 रुपये से 1 हजार रुपए हो सकता है क्योंकि मंदिर समिति की जो टीम देश के प्रतिष्ठित मंदिरों में अध्ययन करके आई है, उस आधार पर यह व्यवस्था लागू की जाएगी. इसके साथ ही अन्य और भी नियम बदले जा सकते हैं.


उत्तराखंड में 22 अप्रैल से चारधाम यात्रा की शुरुआत हो रही है. इस बार यात्रा में भारी संख्या में श्रद्धालुओं के आने की संभावना भी है. क्योंकि मात्र 6 दिनों में ही तकरीबन डेढ़ लाख श्रद्धालु ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं. इस आधार पर देखा जाए तो यह संख्या पिछले साल की अपेक्षा काफी ज्यादा हो सकती है. क्योंकि पिछले साल चारधाम यात्रा में तकरीबन 47 लाख यात्री आए थे. इसलिए इस बार यात्रा में कई नियम बदलने की तैयारी है. खासकर वीआईपी दर्शन के लिए शुल्क लगाने की तैयारी है क्योंकि देश के अलग-अलग हिस्सों से भारी संख्या में वीआईपी लोग दर्शन के लिए आते हैं. वह सीधे दर्शन करके निकल जाते हैं. ऐसे में आम श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. इसलिए बद्री केदार समिति यात्रा के दौरान वीआईपी शुल्क लगाने की व्यवस्था कर रही है.


वीआईपी दर्शन के लिए 500 से 1000 रुपये चुकाने होंगे
हाल ही में बद्री केदार मंदिर समिति की 4 टीमें तिरुपति वेंकटेश्वर, वैष्णो देवी, सोमेश्वर मंदिर और महाकालेश्वर मंदिर की व्यवस्था का अध्ययन करके लौटी है, यह टीम अपनी रिपोर्ट बद्री केदार मंदिर समिति को सौंप चुकी है. उस पर प्रेजेंटेशन भी हो चुका है. जो अध्ययन समिति ने किया है उसके आधार पर नीति तैयार की जा रही है. इसमें वीआईपी दर्शन पर शुल्क लगाने के साथ-साथ मंदिरों में आने वाले चढ़ावे की काउंटिंग की व्यवस्था की जाएगी. साथ ही कुछ अन्य व्यवस्थाओं पर भी फोकस किया जा रहा है. ताकि चारधाम यात्रा के दौरान यात्रियों को किसी तरह की दिक्कत ना हो.


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खासकर बद्रीनाथ और केदारनाथ धाम में वीआईपी बड़ी संख्या में दर्शन के लिए पहुंचते हैं. कई लोग ऐसे भी होते हैं जो खुद को वीआईपी बता कर आसानी से दर्शन कर लेते हैं. वीआईपी गेट पर खड़े पुलिसकर्मी और तमाम तीर्थ पुरोहित यह व्यवस्था देखते हैं और अपनी मर्जी से किसी भी वीआईपी को दर्शन कर देते हैं. लेकिन इस बार ऐसा नहीं होगा, सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वीआईपी दर्शन के लिए 500 से 1000 रुपये चुकाने होंगे और उसकी बाकायदा रसीद कटेगी.