आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नागिना से सांसद चंद्रशेखर आजाद ने स्टाफ सिलेक्शन कमीशन (SSC) के उम्मीदवारों पर हुए लाठीचार्ज के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया दी है. चंद्रशेखर ने कहा कि युवाओं पर लाठीचार्ज क्यों? यह लोकतंत्र पर हमला है. एसएससी के उम्मीदवारों की मांगों को लेकर हुई हिंसा और पुलिस कार्रवाई पर आजाद ने प्रधानमंत्री, शिक्षा मंत्री, और एसएससी चेयरमैन से छात्रों की पीड़ा सुनने और उनके मुद्दों का समाधान करने की अपील की है.

चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि एसएससी के उम्मीदवारों ने अपनी मांगों को लेकर कई बार अपील की है, लेकिन उनकी आवाज दबा दी गई. गुरुवार को जब वे एसएससी चेयरमैन से मिलने गए, तो उन्हें लाठीचार्ज का सामना करना पड़ा. यह लोकतंत्र की हत्या है. उन्होंने आगे कहा कि मैंने कल ही एसएससी चेयरमैन को पत्र लिखा था कि छात्रों की सभी मांगें पूरी की जाएं. इन युवाओं पर लाठीचार्ज करके क्या साबित करना चाहते हैं? ये वही बच्चे हैं जो कल हमारे देश के भविष्य बनेंगे.

पीएम मोदी से की ध्यान देने की मांग 

आजाद ने केंद्र की मोदी सरकार और पुलिस पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार और पुलिस को ऐसे कदम नहीं उठाने चाहिए. बेरोजगारी से जूझ रहे युवाओं की पीड़ा को समझना चाहिए, न कि उन्हें दबाना. उन्होंने शिक्षा मंत्री और प्रधानमंत्री से छात्रों की मांगों पर ध्यान देने की मांग की.

क्या है एसएससी उम्मीदवारों की मांग ?

बता दें कि एसएससी के उम्मीदवार लंबे समय से परीक्षा प्रक्रिया में पारदर्शिता, पेपर लीक की जांच, और नौकरी के अवसर बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. हाल ही में हुई हिंसा और लाठीचार्ज ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है. छात्रों का कहना है कि उनकी शांतिपूर्ण मांगों को दबाने के लिए पुलिस ने अत्यधिक बल प्रयोग किया, जिससे कई छात्र घायल हुए हैं. यही नहीं इस आन्दोलन में शामिल कई शिक्षकों के साथ भी मारपीट हुई और उन्हें हिरासत में लिया गया.

सरकार की तरफ नहीं आई कोई प्रतिक्रिया 

एसएससी छात्रों के समर्थन में सभी विपक्षी पार्टी के नेताओं ने आवास उठाई. दिन भर सोशल मीडिया पर एसएससी को लेकर ट्रेंड भी चला, लेकिन न एसएससी और न सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया आई.