Maha Kumbh 2025 Stampede: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर करोड़ों भक्तों नें संगम में पहुंचकर आस्था की डुबकी लगाई. वहीं स्नान के दौरान मची भगदड़ में चंदौली की महिला की दर्दनाक मौत गई, जिसके बाद परिवार जनों का रो-रो कर बुरा हाल है. मृतक सीता का शव एम्बुलेंस द्वारा प्रयागराज से चंदौली उनके पैतृक गांव रौना भेजा गया , घटना के बाद परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है वही गांव में सीता की मौत के बाद मातम पसरा है ।

चंदौली के मुगलसराय कोतवाली के रौना गांव की सीता महाकुंभ में मौनी अमावस्या का स्नान करने के लिए अपने पड़ोसियों के साथ घर से 28 तारीख को निकली थी. सीता के साथ उनकी जेठानी, बगल की दो महिला और दो पुरुष रिश्तेदार गए थे. सभी लोग बातचीत करते हुए संगम के पास पहुंचने ही वाले थे, तभी भगदड़ मच गयी. इस भगदड़ के बाद लोग भागने लगे चीखने चिलाने लगे और देखते ही देखते सीता व अन्य उनके साथ गए सभी लोग गिर कर दब गए. 

तब तक सीता की हो चुकी थी मौतजब होश आया तो उनके साथ गए सभी लोग बिछड़ चुके थे, कोई भी किसी से नही मिल पा रहा था. घंटो बाद सीता के साथ गयी उनकी पड़ोसन अपने सभी साथियों को खोजने लगी तो एक-एक कर 5 लोग तो मिले लेकिन सीता नही मिली.जब तक सीता का पता चला तो बहुत देर हो चुकी थी, सीता की मृत्यु हो चुकी थी. साथ गए लोगो ने घर पर फोन किया और उनके शव को मुग़लसराय लाने की व्यवस्था करने लगे.

मृतका सीता के ससुर बिद्या शकर गौड़ ने बताया कि, घर के पास पड़ोस की महिलाओ और रिश्तेदार के साथ सीता 28 जनवरी 2025 को घर से 6 लोगो के साथ प्रयागराज महाकुंभ में अमृत स्नान के लिए निकलीं थी और इनके साथ गए लोगो ने सुबह बताया कि यहां दुर्घटना हो गयी है जिसमे सीता की मौत हो गयी है. सरकारी एम्बुलेंस से शव घर पर आ रहा है. मृतका सीता अपने पीछे पति, दो, लड़के और एक लड़की को छोड़ कर दुनियां को अलविदा कह गई. हालांकि इसकी अधिकारिक पुष्टि नहीं हो हुई है.

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