आगरा में कैबिनेट मंत्री बेबी रानी मौर्य ने किसानों की समस्याओं को लेकर बैठक बुलाई थी, मंत्री जी तय समयानुसार मौके पर भी पहुंच गईं लेकिन, उनका पारा उस वक्त हाई हो गया जब इस बैठक में कोई अधिकारी नहीं पहुंचा. नाराज मंत्री ने गुस्से में बैठक को स्थगित कर दिया और कहा कि वो जिम्मेदार अधिकारियों की मुख्यमंत्री से शिकायत करेंगी. 

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दरअसल सोमवार को आगरा के विकास भवन में किसान बैठक बुलाई गई थी, बेबी रानी मौर्य भी इस बैठक में हिस्सा लेने पहुंची थी ताकि किसानों की समस्याओं को समझ सके और उनका निवारण कर सकें लेकिन, इस बैठक में कोई भी अधिकारी नहीं पहुंचा. जिसके बाद उन्होंने बैठक का स्थगित कर दिया. 

बेबी रानी मौर्य की बैठक में नहीं पहुंचे अधिकारी

इस घटना से नाराज मंत्री बेबी रानी मौर्य ने कहा कि कोई अधिकारी किसानों की बात नहीं सुनना चाहता है. बारह बजे तक कोई अधिकारी यहां मौजूद नहीं था. कोई किसानों की बात सुनना नहीं चाहता और मैं ये बात मुख्यमंत्री को लिखकर भेजूंगी. उन्होंने कहा कि वो इसकी शिकायत सीएम योगी से करेंगी और ज़िम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई को कहेंगी.   

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किसानों ने अधिकारियों पर लगाए आरोप

दूसरी तरफ किसानों को जब बैठक स्थगित होने की बात पता चली तो वो भड़क गए और उन्होंने परिसर में ही जमकर हंगामा शुरू कर दिया. इस दौरान किसानों ने आगरा प्रशासन मुर्दाबाद के नारे लगाए. जिसके बाद आसपास का माहौल काफी गरमा गया. किसानों ने जिम्मेदार अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए. 

किसानों ने आरोप लगाया कि अधिकारी उनकी बात नहीं सुनते हैं. अगर जल्द ही किसानों की समस्या का हल नहीं किया गया तो किसान 2027 में इसका करारा जवाब देंगे. किसान नेता श्याम सिंह चाहर ने कहा कि आगरा प्रशासन एक होकर आगरा के किसानों से छल कर रहा है. अधिकारी हमारी बात नहीं सुनते इसलिए कोई न कोई परेशानी बनी रहती है. 

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