Hanuman Chalisa: बूंदी में हर साल की तरह इस साल भी सवा लाख हनुमान चालीसा का आयोजन किया जा रहा है. बाणगंगा स्थित परमहंस नृसिंह आश्रम में आज 51 हजार हनुमान चालीसा का पाठ किया गया. विशाल आयोजन में निजी शिक्षण संस्थानों के 500 छात्र-छात्राएं शामिल हुए. गुरु पूर्णिमा के ठीक पहले पिछले 4 वर्षों से हर साल हनुमान चालीसा का आयोजन हो रहा है. हनुमान चालीसा का पाठ करने जिले भर से लोग पहुंचते हैं. आयोजकों का कहना है जीवित रहने तक हनुमान चालीसा का विशाल आयोजन करते रहेंगे.  


हनुमान चालीसा पिछले 4 वर्षों से हो रहा है आयोजित 


आयोजन कर्ता भरत शर्मा ने बताया कि पिछले 4 वर्षों से लगातार सवा लाख हनुमान चालीसा पाठ का आयोजन बाबा बजरंग दास जी की इच्छा के मुताबिक कर रहे हैं. बजरंगबली के भक्त बाबा बजरंग दास जी जीवित रहते भी आयोजन करवाते थे. हनुमान चालीसा का पाठ करने वाले भक्त को एक डायरी और हनुमान चालीसा दी जाती है. डायरी में संख्या लिखी होती है और संख्या में 11 से 21 अंक लिखे हुए होते हैं. एक बार हनुमान चालीसा का पाठ पूरा करने पर भक्त डायरी के नंबरों पर टिक करते हुए आगे बढ़ जाता है. ऐसे में सभी भक्त कोई 11 तो कोई 21 से लेकर 51 बार हनुमान चालीसा का पाठ कर देते हैं. छात्र-छात्राओं ने भी एक बार में 21 से लेकर 51 बार हनुमान चालीसा पढ़ते हुए 51 हजार पाठ किया. 


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शैक्षणिक भ्रमण पर पैदल निकले छात्रों ने किया पाठ


शैक्षणिक भ्रमण और सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ से छात्र-छात्राओं में खासा उत्साह देखा गया. विभिन्न निजी शिक्षण संस्थान के छात्र-छात्राएं शैक्षणिक भ्रमण में शामिल हुए. बहादुर सिंह सर्किल से 500 से अधिक छात्र-छात्राएं पैदल ही नृसिंह आश्रम के लिए रवाना हुए. 5 किलोमीटर लंबे मार्ग में कई स्थानों पर छात्र छात्राओं के लिए जलपान की व्यवस्था भी की गई थी. नृसिंह आश्रम पहुंचने पर सभी छात्र-छात्राओं अभिनंदन किया गया. शिक्षक धर्मेंद्र गुर्जर ने बताया कि छात्र छात्राओं ने शैक्षणिक भ्रमण के साथ ही नृसिंह आश्रम पहुंच कर सामूहिक रूप से 51 हजार हनुमान चालीसा का पाठ किया. सामूहिक हनुमान चालीसा पाठ में शामिल होने पहुंचे छात्र-छात्राओं और अन्य धर्म प्रेमी बंधुओं के लिए आश्रम समिति की ओर से महाप्रसादी का आयोजन किया गया. 


छात्र जीवन में फायदेमंद है हनुमान चालीसा-शिक्षक 


शिक्षक धर्मेंद्र गुर्जर ने बताया कि हनुमान जी स्वयं हैं 'विद्यावान गुनी अति चातुर" राम काज करिबे को आतुर...हनुमान चालीसा का पाठ करनेवावे को हनुमान जी गुण भर देते हैं और छात्र-छात्राओं के लिए हनुमान चालीसा फायदेमंद है. उन्होंने कहा कि हर मंगलवार को छात्र बड़ी संख्या में हनुमान जी के मंदिर में दर्शन के लिए जाते हैं. इसका कारण है कि हनुमान जी की जिन पर कृपा होती है वह बुद्धिमान, गुणी और चातुर यानी अक्लमंद हो जाते हैं. हनुमान जी की कृपा पाने के लिए छात्रों को नियमित हनुमान चालीसा का पाठ करना चाहिए. छात्र जीवन में हनुमान चालीसा का पाठ करने से स्मरण शक्ति बढ़ती है और शिक्षा के क्षेत्र में कामयाबी मिलती है.


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