Mayawati News: बहुजन समाज पार्टी से भतीजे आकाश आनंद को बाहर का रास्ता दिखाने के बाद बसपा सुप्रीमो मायावती फुल एक्शन मोड में नजर आ रही है. बसपा सुप्रीमो ने अब रमजान में लाउडस्पीकर उतारे जाने की कार्रवाई पर तीखी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने इसे मुस्लिमों के साथ सौतेला व्यवहार करार दिया और कहा कि सरकार को बिना पक्षपात के सभी धर्मों के साथ एक जैसा बर्ताव करना चाहिए. बसपा सुप्रीमो ने इससे आपसी सौहार्द बिगड़ने की भी संभावना जताई और कहा कि सरकार को इस पर ध्यान देना चाहिए. 

बसपा सुप्रीमो मायावती ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर रमजान के दौरान लाउडस्पीकर उतारने के अभियान पर बयान दिया और कहा कि 'भारत सभी धर्मों को सम्मान देने वाला धर्मनिरपेक्ष देश है. ऐसे में केन्द्र व राज्य सरकारों  को बिना पक्षपात के सभी धर्मों के मानने वालों के साथ एक जैसा बर्ताव करना चाहिए, किन्तु अब मुसलमानों के साथ धार्मिक मामलों में भी जो सौतेला रवैया अपनाया जा रहा है, यह न्यायसंगत नहीं.'

उन्होंने आगे लिखा- 'साथ ही, सभी धर्मों के पर्व-त्योहारों आदि को लेकर पाबन्दियाँ व छूट से सम्बंधित जो नियम-कानून हैं उन्हें बिना पक्षपात एक जैसा लागू होना चाहिए, जो ऐसा होता हुआ नहीं दिख रहा है. इससे समाज में शान्ति व आपसी सौहार्द बिगड़ना स्वाभाविक, जो अति-चिन्तनीय। सरकारें इस ओर जरूर ध्यान दें.

लाउडस्पीकर के खिलाफ चल रहा अभियानदरअसल यूपी में इन दिनों धार्मिक स्थलों से लाउडस्पीकर हटाए जाने का अभियान चल रहा है. जिसके तहत सभी धार्मिक स्थलों से तय मानकों से अधिक आवाज़ में चलने वाले लाउडस्पीकरों को हटाया जा रहा है. पुलिस इस नियम को सख्ती से लागू करवा रही है. वहीं लाउडस्पीकर को लेकर मुस्लिम धर्मगुरुओं ने सरकार से रियायत देने की मांग की है. 

ऑल इंडिया मुस्लिम जमात के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना शहाबुद्दीन रजवी ने कहा कि रमजान महीने में इफ्तार व सहरी के वक्त में एलान की जरूरत होती है. ऐसे समय में लाउडस्पीकर नहीं बजने की वजह से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है. सरकार इस महीने में थोड़ी रियायत दे तो बेहतर हो सकता है. 

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