बॉलीवुड के शहंशाह अमिताभ बच्चन पिछले 4 दशकों से फिल्म इंडस्ट्री पर राज कर रहे हैं। लेकिन यहां तक पहुंचने के लिए बिग बी ने अपने करियर में कड़ा संघर्ष किया है। उनकी फिल्मों और उनसे संघर्ष से जुड़े यूं तो कई किस्से फिल्मी गलियारों में खूब सुनाई देते हैं लेकिन आज हम अपनी इस कहानी में आपको अमिताभ के करियर के शुरूआती दौर में आई फिल्म देशप्रमी के बारे में कुछ दिलचस्प किस्से बताने जा रहे हैं।


इस फिल्म में सदी के महानायक अमिताभ बच्चन के अलावा शर्मिला टैगोर, परवीन बॉबी, उत्तम कुमार, हेमा मालिनी, शम्मी कपूर, अमजद खान और नवीन निश्चल जैसे शानदार कलाकारों ने अहम किरदार निभाए थे। मनमोहन देसाई की इस फिल्म में अमिताभ डबल रोल में नजर आए थे। बात करें इस फिल्म की कहानी की तो फिल्म में आजादी की लड़ाई लड़ने वाले मास्टर दीनानाथ को उनके परिवार समेत गांव से बाहर निकाल दिया जाता है। दरअसल गांव के जमीदार ठाकुर प्रताप सिंह के गलत धंधों के बारे में मास्टर को पता चल जाता है, फिर मास्टर, प्रताप को गिरफ्तार करवा देते है। इसके बदले में ठाकुर प्रताप अपने दोस्तों के साथ मिलकर मास्टर को गांव से बाहर निकलवा देता है। यहीं से शुरू होती है मास्टर के संघर्ष की कहानी।


इस फिल्म के टाइटल सॉन्ग को मोहम्मद रफी ने गाया है। लेकिन अफसोस इस बात का है कि ये फिल्म साल 1982 में रिलीज हुई, पर रफी साहब इसकी रिलीज से पहले साल 1980 में ही दुनिया छोड़ कर चले गए थे। इस मल्टीस्टारर फिल्म के दौरान एक बेहद दुखद घटना भी घटी थी, इसी फिल्म में काम करने वाले मशहूर एक्टर उत्तम कुमार इसी फिल्म में काम करने के दौरान इस दुनिया को अलविदा कह गए। खैर फिल्म तो बनानी ही थी, जब उत्तम कुमार नहीं रहे तो उस किरदार को निभाने के लिए डायरेक्टर मनमोहन देसाई ने उनकी जगह अमिताभ बच्चन के हेयर ड्रेसर को ही उस किरदार के लिए ले लिया।


फिल्म इंडस्ट्री के इतिहास में सुपरस्टार राज कुमार से ज्यादा रौबदार एक्टर आज तक कोई नहीं हुआ। इस फिलम में अमिताभ बच्चन के साथ  राज कुमार को उनके सह कलाकार के किरदार के लिए ऑफर दिया गया था लेकिन राज कुमार ने डायरेक्टर के सामने शर्त रख दी कि वो इस फिल्म में काम इसी शर्त पर करेंगे अगर उन्हें इस फिल्म में अमिताभ से एक रुपया ज्यादा फीस मिलेगी। मनमोहन देसाई समझ गए कि इन्हें ये फिल्म करनी ही नहीं है, जिसके बाद वो किरदार परीक्षित साहनी ने निभाया है। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन ने लीड रोल निभाया था और नवीन निश्चल ने सेकंड लीड करते हुए नजर आए। खास बात ये है कि नवीन निश्चल ने सुपरहिट फिल्म \'दीवार\' में अमिताभ के छोटे भाई रवि का रोल निभाने से इंकार कर दिया था जिसे बाद में शशि कपूर ने निभाया था। देशप्रेमी के बाद से ही नवीन ने सोच लिया था कि वो अमिताभ के साथ सेकेंड लीड नहीं करेंगे और ये पहली बार नहीं था जब नवीन ने अमिताभ के साथ स्क्रीन शेयर करने से इंकार किया था इससे पहले भी नवीन फिल्म परवाना में अमिताभ के साथ स्क्रीन शेयर करने से इंकार कर चुके थे। खबरों की माने तो नवीन ने ही अमिताभ की आर्थिक सहायता के लिए इस फिल्म का ऑफर दिलवाया था।


इस फिल्म में कुल छह गाने हैं। लता मंगेशकर का गाया गाना \'जाओ जी जाओ पर इतना सुन लो\' उस समय का काफी हिट गाना बना। इसके अलावा हम काले हैं तो क्या हुआ दिल वाले हैं, जिसे किशोर कुमार और मोहम्मद रफी ने गाया ये गाना लोग आज भी गुनगुनाते हैं। इतना ही नहीं इस फिल्म ने कानपुर की मंजूश्री टॉकीज में गोल्डन जुबली मनाई थी।