सहारनपुर। उत्तर प्रदेश के सहारनपुर जनपद में अवैध पटाखा फैक्टरियों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसके साथ ही यहां होने वाले हादसे भी बढ़ गए हैं पिछले एक साल में तीन फैक्टरियां धमाके का शिकार हो चुकी हैं. एक अनुमान के मुताबिक इस वक्त जनपद में छोटी-बड़ी एक दर्जन से ज्यादा पटाखा फैक्टरियां हैं. इनमें प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा छापामारी भी की गई लेकिन उसके बावजूद भी कोई खास असर नहीं दिखा. हर साल सहारनपुर में पटाखा फैक्ट्रियों की संख्या बढ़ती जा रही है.


बढ़ती अवैध फैक्टरियों की वजह से हादसे भी बढ़ने लगे हैं. पिछले एक साल में तीन फैक्टरियां हादसे का शिकार हो चुकी हैं. अभी हाल ही में एक फैक्टरी हादसे का शिकार हुई है. जिसमें बारूद के ढेर में अचानक आग लग गई. जिससे कि आधा दर्जन से ज्यादा लोग घायल हो गए. कई घायलों की हालत अभी भी गंभीर बताई जा रही है.


पिछले साल भी दीवाली से पहले हुआ हादसा
इससे पहले गत वर्ष भी दीपावली से करीब दो हफ्ते पहले पटाखा फैक्टरी में हादसा हो गया था. यहां थाना गगहलेड़ी क्षेत्र के नवादा तिवारा रोड पर स्थित एक पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई थी. जिसमें भी कई लोग घायल हो गए. वहीं, एक महिला समेत कुछ लोगों की मौत हो गई थी.


कार्रवाई के नाम पर दिखावा !
हादसे के बाद प्रशासनिक अधिकारियों ने कई पटाखा फैक्ट्रियों में छापामारी की. बताता जाता है कि दिखावे के लिए कुछ कार्रवाई भी हुई. हालांकि, परिणाम वही ढाक के तीन रहा. चंद महीनों बाद ही फिर से थाना जनकपुरी क्षेत्र के जनता रोड स्थित एक गांव में पटाखा फैक्ट्री में आग लग गई. इस हादसे में फिर कई लोग घायल हुए और एक बच्चे समेत दो की मौत हो गई. इसके बाद भी पुलिस प्रशासन की आंख नहीं खुली. अब एक बार फिर से बिहारीगढ़ के सतपुरा गांव में पटाखा फैक्टरी में बारूद के ढेर में आग लग गई. इस हादसे में फिर से कई लोग घायल हो गए. वहीं, प्रशासन भी एक बार फिर वैधानिक कार्यवाही की बात कह रहा है.


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