अल्मोड़ा में लगातार तीसरी बार टम्टा vs टम्टा का मुकाबला, दिलचस्प है मुकाबला
उत्तराखंड की अल्मोड़ा लोकसभी सीट पर भाजपा से अजय टम्टा और कांग्रेस के प्रदीप टम्टा लगातार तीसरी बार एक दूसरे के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।

देश आजाद होने के बाद जबसे लोकत्रांतिक चुनावी व्यवस्था लागू हुई है तभी से उत्तराखंड की अल्मोड़ा लोकसभा सीट पर कांग्रेस का दबदबा रहा, लेकिन 90 के दशक में चली राम लहर के बाद जनता का कांग्रेस से मोह भंग हो गया। उसके बाद सिर्फ एक चुनाव में ही कांग्रेसी प्रत्याशी को अल्मोड़ा के मतदाताओं ने लोकसभा भेजा। 1977 के चुनाव को छोड़ दें तो 1989 तक ये सीट कांग्रेस के कब्जे में रही। 77 के चुनाव में भाजपा के संस्थापक सदस्यों में से एक मुरली मनोहर जोशी भारतीय लोक दल (बीएलडी) की टिकट पर यहां से चुनाव जीते थे। उसके बाद 1991 में चली राम लहर के बाद कांग्रेस को यह सीट जितने के लिए दो दशक का इंतजार करना पड़ा।
अल्मोड़ा लोकसभा क्षेत्र में भाजपा और कांग्रेस ही मुख्य प्रतिद्वंद्वी रहे हैं। 1957 में अस्तित्व में आई इस सीट पर 9 बार कांग्रेस तो 6 बार भाजपा और एक बार बीएलडी की जीत हुई है। इस सीट से सबसे पहले चुने जाने वाले सांसद प्रसिद्ध स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. हरगोंविद पंत थे। नब्बे के दशक से पहले यहां के मतदाताओं पर कांग्रेस का जादू चला, लेकिन 1991 के चुनाव से कांग्रेस के लिए इस सीट पर वापसी करना सपना बन गया। कांग्रेस को अपने इस सपने को पूरा करने के लिए पूरे 18 साल इंतजार करना पड़ा। 2009 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस ने इस सीट पर जीत हासिल कर हार के क्रम को तोड़ा। अलग राज्य गठन के बाद 2009 में यह सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित हो गई थी, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में मोदी लहर के आगे कांग्रेस को एक बार फिर से मुंह की खानी पड़ी और भाजपा के अजय टम्टा चुनाव जीत गए जो इस समय केंद्र में कपड़ा राजयमंत्री है।
इस सीट पर हरीश रावत ने मुरली मनोहर जोशी जैसे दिग्गज को हराकर जीत की हैट्रिक लगाई थी। वहीं भाजपा के बची सिंह रावत ने लगातार चार बार हरीश रावत को हराकर रिकॉर्ड बनाया था।
भौगोलिक स्वरूप अल्मोड़ा पिथौरागढ़ लोकसभा का भौगोलिक स्वरूप पूरी तरह पर्वतीय है। इसकी सीमाएं नेपाल एवं तिब्बत से जुड़ी हैं। यह सीट टनकपुर और बनबसा तक फैली है। प्रसिद्ध जागेश्वर धाम इस चुनाव क्षेत्र में स्थित है।
अल्मोड़ा में मतदाताओं की स्थिति कुल मतदाता: 1321658 पुरुष मतदाता: 685655 महिला मतदाता: 635996 ट्रांसजेंडर : 7
वर्तमान स्थिति वर्तमान में भाजपा के अजय टम्टा इस क्षेत्र से सांसद हैं। 2014 के चुनाव में उन्हें करीब साढ़े तीन लाख वोट मिले थे। उन्होंने कांग्रेस के प्रदीप टम्टा को हराया था। इस बार भी अजय टम्टा का मुकाबला कांग्रेस के प्रदीप टम्टा के साथ है। 2009 में भी लड़ाई टम्टा VS टम्टा की थी। इस चुनाव में कांग्रेस के टम्टा ने भाजपा के टम्टा को मात दी थी। जिसका बदला अजय टम्टा ने अगले लोकसभा चुनाव में लिया।
कब किसका कब्जा वर्ष सांसद दल 1957 हरगोविंद पंत कांग्रेस 1960 (उपचुनाव) हरगोविंद पंत 1962 जंग बहादुर सिंह कांग्रेस 1967 जंग बहादुर सिंह कांग्रेस 1971 हरगोविंद पंत कांग्रेस 1977 मुरली मनोहर जोशी बीएलडी 1980 हरीश रावत कांग्रेस 1984 हरीश रावत कांग्रेस 1989 हरीश रावत कांग्रेस 1991 जीवन सिंह भाजपा 1996 बची सिंह रावत भाजपा 1998 बची सिंह रावत भाजपा 1999 बची सिंह रावत भाजपा 2004 बची सिंह रावत भाजपा 2009 प्रदीप टम्टा कांग्रेस 2014 अजय टम्टा भाजपा
ये है अल्मोड़ा संसदीय क्षेत्र के मुद्दे यह लोकसभा सीट पूर्णत: पवर्तीय सीट है। इसमें चम्पावत, बागेश्वर, अल्मोड़ा और पिथौरागढ़ जिलों की समस्त विधानसभा सीटें आती हैं। यहां से भी लोगों ने सुविधाओं के अभाव और विकास की चाह में पलायन किया है। यहां भी किसानों के सामने कृषि उत्पाद के उठान और मार्केटिंग की समस्या बरकरार है। इसके अलावा बागेश्वर-टनकपुर रेल लाइन की मांग बरसों से लंबित है। जौलजीबी-टनकपुर नेशनल हाईवे का निर्माण भी शुरू नहीं हो सका। अल्मोड़ा में कई साल से बन रहे राजकीय मेडिकल कॉलेज का संचालन अभी तक शुरू नहीं हो सका। हाल ही में भाजपा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी व राजयसभा सांसद अनिल बलूनी की पहल पर केंद्र ने अल्मोड़ा जिले के चौखुटिया से गैरसैंण होते हुए करणप्रयाग तक रेल लाइन के सर्वे को मंजूरी दी है।
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Source: IOCL





















