Agra News: उत्तर प्रदेश में बिजली के निजीकरण की प्रक्रिया के बीच विभाग से संविदाकर्मियों को हटा दिया गया है जिस लेकर भारतीय जनता पार्टी के विधायक छोटेलाल वर्मा ने सख्त नाराजगी जताई, शुक्रवार को बीजेपी विधायक ने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया और अधिशासी अभियंता दफ्तर के बाहर ही धरने पर बैठक गए, जिसके बाद खूब हंगामा हुआ. उन्होमने अधिकारियों को भी जमकर खरी खोटी सुनाई और कहा कि जब तक यहा भ्रष्टाचार खत्म नहीं होगा वो अपना विरोध करते रहेंगे. 

बीजेपी विधायक के धरने पर बैठने के बाद हड़कंप मच गया. पांच मिनट के अंदर ही तमाम अधिकारी मौके पर पहुंच गए, जिसके बाद उन्होंने बीजेपी विधायक को समझाया बुझाया और तब कही जाकर मामला शांत हो पाया अधिकारियों के अनुरोध पर बीजेपी विधायक ने उठकर अपने दफ्तर चले गए. इस बीच उनके विरोध का ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. 

दफ्तर के सामने जमीन पर बैठकर विरोधवायरल वीडियो में बीजेपी विधायक अधिशासी अभियंता के दफ़्तर के सामने ज़मीन पर बैठे हुए नज़र आ रहा है. जिसके बाद बिजली विभाग के तमाम अधिकारी वहां पहुंच गए, उनके आसपास चारों ओर बिजली विभाग के कर्मचारी खड़े हुए हैं. छोटे लाल वप्मा ने आरोप लगाया कि जो संविदाकर्मी आपके साथ सालों से काम कर हे हैं आप उन्हें तुरंत हटा देते और कभी भी रख लेते हों. उन्होंने कहा कि वो इस मामले में अधिकारियों के भ्रष्टाचार की शिकायत सीएम योगी आदित्यनाथ से करेंगे. 

भाजपा विधायक ने कहा कि अगर एसडीओ आपकी बात नहीं मानता है तो हम मनवा देंगे. वहीं बिजली विभाग के अधिकारी उन्हें समझाने की कोशिश करते हैं लेकिन वो अधीक्षण अभियंता का हाथ तक छिटक देते हैं. कुछ ही देर बाद छोटेलाल वर्मा ने अपना विरोध खत्म कर दिया और फिर अपने दफ़्तर की ओर चले गए. 

बता दें बिजली विभाग की ओर से उनके क्षेत्र के तीन संविदाकर्मियों को हटा दिया था. उनके विरुद्ध शिकायत की गई, जिसके बाद ये कार्रवाई की गई. बीजेपी विधायक उन्हें फिर से रखने की माँग कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जब तक उनके विरुद्ध चार्जशीट नहीं लगी, तब तक उन्हें दोषी कैसे मान लिया गया. 

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