कानपुर,एबीपी गंगा। शहर में तैनात अपर मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट तनु भटनागर को भारतीय जनता पार्टी की नेता पुनम सिद्दीकी ने फोन पर धमकी दी है। यह धमकी मकान के किराये से जुड़े विवाद के एक मुकदमे को लेकर दी गई है। जज की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर ली है। जिले में यह पहला मामला है, जब न्यायिक कार्य को लेकर दबाव डालने में  किसी महिला नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है।

अपर मुख्य महानगर मजिस्ट्रेट (एसीएमएम) पंचम तनु भटनागर ने कोतवाली पुलिस में दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा है कि 10 अप्रैल की दोपहर कोर्ट में काम करते वक्त उनके सरकारी फोन पर अज्ञात नंबर से कॉल आई। ट्रू कॉलर के जरिये फोन करने वाले का नाम पूनम सिद्दीकी पता लगा। पेशकार ने फोन रिसीव किया तो कॉल करने वाली पूनम सिद्दीकी ने बताया कि वह लखनऊ से बात कर रही हैं, जज मैडम से बात कराओ। पेशकार ने बात कराई तो महिला ने लखनऊ की भाजपा नेता पूनम सिद्दीकी के रूप में परिचय दिया।

बतौर एफआईआर, महिला ने किरायेदारी से संबंधित किसी मुकदमे का जिक्र करते हुए धमकी दी कि उनके पास शिकायत आई है कि किरायेदार को निकाला जा रहा है। देख लो, वरना परिणाम भुगतना होगा। इस पर एसीएमएम ने उचित तरीके से न्यायालय में बात रखने की सलाह दी तो महिला फिर धमकाने लगी। इस पर एसीएमएम ने फोन काट दिया।

वहीं, आरोपी बीजेपी नेता पूनम सिद्दीकी ने फोन करने की बात स्वीकार की। सफाई दी कि जज महोदय को पीडि़त की समस्या बताई थी, धमकी नहीं दी। पूछने के बावजूद पूनम ने बीजेपी में अपने पद को नहीं बताया। कोतवाली इंस्पेक्टर आशीष शुक्ला ने बताया कि मोबाइल नंबर धारक पूनम सिद्दीकी के खिलाफ धमकी देने की धारा में रिपोर्ट दर्ज की गई है। सर्विलांस की मदद से जांच करके कार्रवाई की जा रही है।

बीजेपी नेता की गिरफ्तारी की मांग

महिला जज को धमकाने के मामले में बार एसोसिएशन ने एसएसपी से आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी की मांग की है। एसोसिएशन अध्यक्ष श्यामजी श्रीवास्तव व महामंत्री कपिल दीप सचान ने कहा कि कोर्ट में बैठे न्यायिक अधिकारी को फोन करके धमकाना न्यायालय की अवमानना है। ऐसी हरकत पहली बार हुई है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। एसएसपी से मुलाकात करके धमकाने वाले की तुरंत गिरफ्तारी की मांग करेंगे।