उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर में 16 अक्टूबर को धनखरपुर गांव में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान हिन्दू युवा वाहिनी के प्रदश प्रभारी और पूर्व बीजेपी विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने मुस्लिम लड़कियों को लेकर बयान दिया था, जिसमें 10 मुस्लिम लड़कियों को हिंदू लड़की बनाने और नौकरी देने की कही थी.

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इस बयान के तूल पकड़ने के बाद और सपा द्वारा कार्रवाई की मांग के बीच राघवेंद्र प्रताप सिंह उस बयान पर कायम हैं. उन्होंने कहा कि वो इलाका मुस्लिम बाहुल्य है और हिन्दुओं पर बहुत अत्याचार हो रहा है. बार-बार धमकाया जा रहा है, उसके बाद ही मैं वहां पहुंचा था.

राघवेंद्र प्रताप सिंह का बयान

समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए हिंदू युवा वाहिनी के प्रदेश प्रभारी और पूर्व भाजपा विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह कहते हैं कि डोमरियागंज का धनकरपुर एक संवेदनशील, मुस्लिम बहुल गांव है जहां हिंदुओं को बार-बार धमकियों का सामना करना पड़ता है. एक हफ़्ते के भीतर, दो हिंदू लड़कियों को अगवा करके उनका धर्म परिवर्तन कराया गया. यह जानने और हिंदुओं पर हुए अत्याचार को देखने के बाद, मैं उन्हें सांत्वना देने और आश्वस्त करने गया था.

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बीजेपी नेता ने कहा कि मैंने कहा कि डरने की कोई जरूरत नहीं है क्योंकि यह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार है. मैंने आगे कहा कि अगर दो हिंदू लड़कियों को अगवा किया गया है, तो दस मुस्लिम लड़कियों को वापस ले आओ, हम सब कुछ व्यवस्थित कर देंगे. बोले आगर तुम छेड़ोगे तो हम नहीं छोड़ेगें. इस कंडीशन में मैंने ये बातें कहीं थीं.

सपा ने कार्रवाई की मांग की थी

डुमरियागंज से सपा विधायक ने राघवेंद्र प्रताप पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की है. उन्होंने कहा कि शिकायत के बाद भी स्थानीय पुलिस प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की जोकि बड़ा सवाल है. जबकि वो खुलेआम मुस्लिम लड़कियों को उठाने की बात कर रहे हैं.