Bijnor News: उत्तर प्रदेश के बिजनौर में पिछले कई महीनों से तेंदुए का आतंक देखने को मिल रहा है, जिसकी वजह से लोग बहुत ज्यादा डरे हुए हैं. वन विभाग अब तक इस तेंदुए को पकड़ नहीं पाया है. बीते दिनों प्रशासन की ओर से तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरे में बकरियों को रखा गया था लेकिन तेंदुआ तो पकड़ में नहीं आया बल्कि बेचारी बकरियां चोरों का निवाला बन गईं. चोर पिंजरे में रखी गई बकरियों को ही चोरी कर ले गए.  बिजनौर में तेंदुए के आतंक से लोग बेहद डरे हुए हैं. खेतों से लेकर गांवों, सड़कों पर ये गुलदार घूमते दिख जाता है. वन विभाग की टीम ने इन्हें पकड़ने के लिए गांव के आसपास के पूरे इलाके में 50 से अधिक जगह जाल बिछाएं. जिनमें से कई में बकरियों को रखा गया था. ताकि तेंदुए शिकार की तलाश में आए और उसे पकड़ा जा सके. 

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तेंदुए को फंसाने के लिए रखी बकरियां चोरीटाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक तेंदुए के खतरे के बीच चोरों के हौसले बुलंद हैं. इससे पहले कि बकरियों को देखकर तेंदुआ वहां पहुंचे, चोर पहले ही बकरियों पर अपना हाथ साफ कर ले रहे हैं. उन्हें या तो मारकर खा लेते है या बाजार में बेच देते हैं. राम बाग कॉलोनी में रहने वाले रूपेश कुमार ने कहा कि "कुछ दिन पहले गांव के पास एक तेंदुआ दिखाई दिया था, जिसकी सूचना वन विभाग को दी गई. वन विभाग ने तेंदुए को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाया जिसमें बकरी रखी गई थी. लेकिन इस बकरी को किसी ने चुरा लिया, इसके बाद गांव के लोगों ने मिलकर एक और बकरी खरीदने के लिए पैसे जुटाए, जिसे पिंजरे में रखा गया. लेकिन बुधवार को चोरों ने उसे भी चुरा लिया. परेशान गाँववालों ने अब पिंजरा हटाने का फैसला ले लिया है. 

पिछले दो महीनों में पिलाना, कोतवाली देहात, अफजलगढ़ और चांदपुर समेत जिले भर के विभिन्न स्थानों पर वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरों से कई बकरियां चोरी होने की घटनाएं हो चुकी हैं. बिजनौर के प्रभागीय वनाधिकारी ज्ञान सिंह ने चोरी की घटनाओं की पुष्टि की है. उन्होंने बताया कि इलाक़े के 87 संवेदनशील जगहों की पहचान हुई है. जहां 50 पिंजरे रखे गए थे. इनमें बकरियों को चारे के तौर पर सका गया था लेकिन चोरों ने कई बकरियों को चुरा लिया है. जिससे हमारे ऑपरेशन में बड़ी चुनौती पैदा हो गई. ये बेहद परेशान करने वाली बात हैं. इस संबंध में पुलिस थाने में शिकायत दर्ज कराई गई है. 

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