Lok Sabha Elections 2024: उत्तर प्रदेश स्थित लखनऊ में सोमवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुलाकात की. आगामी लोकसभा चुनाव के संदर्भ में दोनों नेताओं की यह मुलाकात महत्वपूर्ण मानी  जा रही है. बीते दिनों जनता दल यूनाइटेड के नेता ललन सिंह ने भी समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन के आसार जताए थे. उधर, लखनऊ में सोमवार को नीतीश कुमार ने एक प्रेस वार्ता में कई सवालों के जवाब दिए.

नीतीश कुमार ने कहा   ‘एक बात मैं आपको बताना चाहता हूं... मुझे अपने लिए कुछ नहीं चाहिए. मैं देश के हित में काम करूंगा. अन्य लोग भी होंगे और हम बैठकर फैसला करेंगे.’ प्रधानमंत्री पद का चेहरा होने के सवाल के जवाब पर नीतीश कुमार ने कहा-  'आज मैं एक बात स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि मेरी प्रधानमंत्री बनने की कोई मंशा नहीं है.'

UP Politics: नीतीश कुमार और अखिलेश यादव की मुलाकात में बन गई बात, कांग्रेस को लेकर भी बनी ये सहमति!

'जो भी नेता होगा वो...'यह पूछे जाने पर कि संयुक्त मोर्चे का नेतृत्व कौन करेगा, क्या इस पर कोई निर्णय लिया गया है, कुमार ने कहा, ‘नहीं, एक बार एकता बन जाने के बाद नेता तय किया जाएगा. और जो भी नेता बनेगा वह देश के हित में काम करेगा.’

इसके अलावा लखनऊ में नीतीश कुमार के विचारों का समर्थन करते हुए, अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि बीजेपी की 'गलत आर्थिक नीतियों' के कारण, गरीब पीड़ित हैं और मूल्य वृद्धि तथा बेरोजगारी 'सर्वकालिक उच्च स्तर पर' है. सपा प्रमुख ने कहा, ‘बीजेपी को हटाओ और देश को बचाओ, और हम इस अभियान में आपके साथ हैं.’

उधर,बीजेपी ने बैठक को 'व्यर्थ की कवायद' करार दिया और इस बात पर जोर दिया कि इस तरह के 'अवसरवादी गठबंधन' से कोई परिणाम नहीं निकलेगा. बीजेपी प्रवक्ता समिक भट्टाचार्य ने कहा, ‘हमने 2014 और 2019 में इस तरह के प्रयासों को देखा है और परिणाम हमारे सामने हैं. ये व्यर्थ की कवायद हैं, जिनका कोई परिणाम नहीं निकलेगा और इस देश के लोग बीजेपी और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भरोसा करते हैं.’