प्रयागराज: चंद्रशेखर आजाद का सरकार पर निशाना, कहा- 'इंसानों को जाति पूछकर मारा जा रहा'
Prayagraj News: प्रयागराज में भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने प्रबुद्ध जन सम्मेलन में दलितों की सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं. वहीं उन्होंने सीजेआई पर जूता फेंकने के मामले पर टिप्पणी की है.

आाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नगीना से सांसद चंद्रशेखर आाद उर्फ़ रावण रविवार को प्रयागराज के कादिलपुर में आयोजित प्रबुद्ध जन सम्मेलन में शामिल हुए. एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि आज प्रयागराज में न्याय और हक की आवा उठाने वाला यह आखिरी सम्मेलन है.
इस बीच उन्होंने कहा कि देश का मौजूदा माहौल चिंताजनक दिशा में जा रहा है, और अब समय आ गया है कि समाज इसके खिलाफ खड़ा हो. उन्होंने इस दौरान मुख्य न्यायाधीश के ऊपर जूते फेंकने को लेकर भी बयान दिया है.
सीजेआई पर जूता फेंकने की घटना पर बोले भीम आर्मी चीफ
चंद्रशेखर ने सीजेआई पर जूता फेंके जाने की घटना पर तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ़ मुख्य न्यायाधीश पर नहीं, बल्कि पूरे दलित और पिछड़े समाज के आत्मसम्मान पर हमला है. उनके अनुसार, ऐसी घटनाएं देश की खोखली और असंवेदनशील सरकारों का नतीजा हैं.
चंद्रशेखर आाद ने कहा कि आज हालात इतने खराब हो चुके हैं कि यह अंदाा नहीं लगाया जा सकता कि कल कौन सी लाठी या कौन सा जूता हमारे सम्मान पर पड़ेगा. उन्होंने स्पष्ट कहा कि दलित समाज दबने वाला नहीं है, और न ही पीछे हटेगा.
दलित-पिछड़ों के हक की लड़ाई जारी रहेगी- चंद्रशेखर आजाद
आाद ने कहा कि कई बड़े नेता अब खुद को कमजोर दिखा रहे हैं, लेकिन आाद समाज पार्टी हमेशा दलितों, पिछड़ों और वंचित वर्गों की आवा बनकर खड़ी रहेगी. उन्होंने कहा कि वे सत्ता के लालच या डर से समझौता नहीं करेंगे, बल्कि समानता और सम्मान की लड़ाई को आगे बढ़ाएंगे.
अखिलेश यादव के बयान पर दी प्रतिक्रिया
सपा प्रमुख अखिलेश यादव के उस बयान पर कि समाज में जाति के आधार पर वोट मांगे जा रहे हैं, चंद्रशेखर ने पलटवार किया. उन्होंने कहा, 'देश में जाति के नाम पर वोट नहीं, बल्कि लोगों की जान ली जा रही है. आज इंसानों को उनकी जाति पूछकर और बताकर मारा जा रहा है.'
मायावती पर भी साधा निशाना
बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा योगी सरकार की तारीफ करने पर भी चंद्रशेखर ने सवाल उठाया. उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि 'मायावती किसी अज्ञात डर या दबाव में हैं.' उन्होंने तंज भरे लहजे में कहा, 'न जाने उनका कौन-सा राज छिपा है, जो वे खुलकर बोल नहीं पा रहीं.'
आखिर में कहा अब खामोशी नहीं, हक की आवा बुलंद होगी. सम्मेलन के दौरान चंद्रशेखर आाद ने दोहराया कि उनकी पार्टी सामाजिक न्याय और समान अधिकारों की लड़ाई को और ते करेगी. उन्होंने कहा कि अब वक्त खामोश रहने का नहीं, बल्कि हक और सम्मान की आवा बुलंद करने का है.
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