यूपी के भदोही में उस समय सनसनी फ़ैल गयी, जब सैकड़ों मुस्लिम युवक उत्तेजित नारोंके साथ जुलूस की शक्ल में सड़कों पर उतर आए. ये सभी नारे लगा रहे थे ‘गुस्ताख़े नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा, सर तन से जुदा’, जिसे सुन हर कोई सन्न रह गया. जब इसका वीडियो वायरल हुआ तो पुलिस प्रशासन में भी हड़कम्प मच गया. 

Continues below advertisement

इस घटना से पूरे जिले में डर का माहौल बन गया है. पुलिस अधीक्षक अभिमन्यु मांगलिक ने मामले का संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई की बात कही है.

जुलूस का विवादित वीडियो वायरल

भदोही कोतवाली और औराई कोतवाली क्षेत्र में निकाले गए इस जुलूस में युवकों ने धार्मिक भावनाओं को भड़काने वाले नारे लगाए, जो सोशल मीडिया पर तेजी से फैल गया. वीडियो में साफ तौर पर युवक ‘गुस्ताख़े नबी की एक ही सजा, सर तन से जुदा’ का नारा लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं. इस वीडियो की भनक जब जिले के एसपी अभिमन्यु मांगलिक तक पहुंची, तो उन्होंने तत्काल पुलिस की कई टीमें गठित कर धरपकड़ शुरू कर दी.

Continues below advertisement

एसपी ने कहा कि कानपुर में चल रहे 'आई लव मोहम्मद' विवाद के विरोध में भदोही जिले में मुस्लिम युवकों के एक समूह ने जुलूस निकालकर उत्तेजक नारे लगाए हैं. यह जुलूस भदोही शहर कोतवाली और औराई कोतवाली क्षेत्र में निकाला गया था, जहां युवकों ने धार्मिक नारों के साथ विवादित बयानबाजी भी की.

उन्होंने बताया कि दोनों थानों में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है और कई संदिग्धों को हिरासत में लेकर पूछताछ जारी है.

BNS धारा 163 का उल्लंघन

इस जुलूस के दौरान BNS धारा 163 (भारतीय न्याय संहिता) का खुलेआम उल्लंघन हुआ, जो सार्वजनिक शांति भंग करने और उत्तेजक नारों के खिलाफ है. एसपी मांगलिक ने स्पष्ट किया कि जिले में शांति व्यवस्था बनाए रखना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है और किसी भी तरह की अराजकता को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो की गहन जांच की जा रही है, और दोषियों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी.

सामाजिक तनाव और पुलिस की सक्रियता

इस घटना से जिले में सामाजिक तनाव बढ़ गया है. स्थानीय लोगों ने पुलिस से शीघ्र कार्रवाई की मांग की है. पुलिस ने मामले में तत्परता दिखाते हुए कई संदिग्धों को चिन्हित कर हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ जारी है. एसपी ने यह भी सुनिश्चित किया कि जिले में अमन-चैन कायम रहे और किसी भी तरह की अफवाह या उत्तेजना को फैलने से रोका जाए.