बस्ती जनपद के परशुरामपुर थाना क्षेत्र के रजवापुर गांव में धार्मिक झंडा लगाने को लेकर दो समुदायों के बीच शुरू हुए विवाद के बाद गांव तनावपूर्ण स्थिति बन गई. बाइक में आग लगाये जाने के मामले में हिंदू पक्ष के लोगों पर मुकदमा दर्ज किए जाने से लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. नाराज लोग धरने पर बैठ गए हैं. गांव के दुर्गा पंडालों को पर्दों से ढक दिया गया है, साथ ही भक्तों ने पूजा-पाठ से भी दूरी बना ली है. नवरात्रि के पावन पर्व के दौरान गांव में तनाव का माहौल बन गया है.
बताया गया कि, यह मामला तब और गरमा गया जब पुलिस ने झंडा विवाद के बाद हुई आगजनी की हिंदू पक्ष के कुछ लोगों पर मुकदमा दर्ज किया. हिंदू पक्ष का आरोप है कि यह मुकदमा फर्जी है और इसी के विरोध में वे पंडालों के पास एकत्रित होकर धरना दे रहे हैं. धरने पर बैठे लोगों का कहना है कि जब तक मुकदमा खत्म नहीं किया जाता, वे लोग न केवल पूजा-पाठ बंद रखेंगे, बल्कि मूर्ति का विसर्जन भी नहीं करेंगे.
गांव में भारी पुलिस बल किया गया तैनात
वहीं स्थिति की गंभीरता को देखते हुए स्थानीय पुलिस प्रशासन तुरंत हरकत में आया. गांव में भारी पुलिस बल मौके पर तैनात कर दिया गया, ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके. डीएसपी संजय सिंह ने खुद मोर्चा संभाल लिया और मान मनव्वल (समझाने-बुझाने) का दौर शुरू हुआ.
प्रदर्शन कर रहे लोगों को विधायक ने दिया आश्वासन
पुलिस और प्रशासन के अधिकारी लगातार धरने पर बैठे लोगों से बातचीत कर उन्हें समझाने का प्रयास करते रहे. हालांकि, तनाव भरे माहौल के बीच जब स्थानीय विधायक अजय सिंह मौके पर पहुंचे. विधायक ने धरने पर बैठे लोगों से बातचीत की और उनकी मांगों को लेकर आश्वासन दिए. विधायक के हस्तक्षेप और ठोस आश्वासन के बाद, हिंदू पक्ष के लोगों ने आखिरकार अपना धरना खत्म कर दिया.
डीएसपी ने मामले पर क्या कहा?
फिलहाल, गांव में शांति बनी हुई है, लेकिन पुलिस और प्रशासन की टीम सतर्कता बनाए हुए है. गांव में अभी भी पुलिस बल तैनात है और अधिकारी पूरे मामले पर कड़ी नजर रखे हुए हैं. डीएसपी संजय सिंह ने बताया कि कानून सबके लिए समान है, जिसने कानून का उल्लंघन किया उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है, अब जांच में जो भी सही तथ्य सामने आएंगे विवेचक के द्वारा निष्पक्ष तरीके से कार्रवाई की जाएगी.