बस्ती जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर की दूरी पर सदर ब्लॉक के कुढ़ा पट्टी दरियांव गांव में सरकार ने राजकीय कन्या इंटर कॉलेज की स्थापना की. इस कॉलेज को बनाने में करोड़ों रुपये खर्च किये गए, वर्ष 2020 में यह बनकर तैयार हो गया. साल 2021 में विद्यालय का संचालन शुरू भी हो गया. मगर मूलभूत सुविधा के नाम पर यहां पढ़ने वाले बच्चों से ठगी हो गई.
बिजली विभाग की लापरवाही का खामियाजा भी इस स्कूल में पढ़ने वाली छात्राओं और अध्यापकियों को उठाना पड़ रहा है. आपको ताज्जुब होगा कि स्कूल के क्लासों की छतों पर पंखे तो लगे है, दिवाल पर बल्ब भी टंगे है मगर बिजली का करेंट आज तक नहीं पहुंच पाया.
छात्राओं ने बयां की अपनी समस्याविद्यालय की छात्राएं बताती है कि रास्ता न होने की वजह से काफी समस्याएं आती है, खेत का मालिक कभी कभी उन्हें आने नहीं देता, तो बरसात में इस कदर दुश्वारियां झेलनी पड़ती कि कि पगडंडी का रास्ता कहां गुम हो जाता पता ही नहीं चलता. बहुत मुश्किल और कठिनाइयों का सामना करने के बाद वे विद्यालय तक पहुंच पाती है और यहां आने के बाद बिजली की दिक्कत. भीषण गर्मी में पंखा होते हुए भी उन्हें पसीने से दो चार होते हुए पढ़ना पड़ता है.
विद्यालय की शिक्षिका बताती हैं कि रास्ता न होने की वजह से वे खुद अपनी गाड़ी स्कूल से 200 मीटर दूर खड़ी करती है. उसके पैदल पगडंडी से होकर स्कूल पहुंचते है, सब कुछ होते हुए भी स्कूल में बिजली नहीं है.
जबकि स्कूल और जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय की तरफ से बिजली विभाग को बजट बहुत पहले भेजा जा चुका है. बावजूद इसके आज तक जिम्मेदारों ने विद्युत की व्यवस्था अभी तक नहीं की है, जिस वजह से छात्राओं की संख्या अब स्कूल में कम होते जा रही है.
बिजली विभाग को भेज जा चुका है बजट
वहीं उप जिला विद्यालय निरीक्षक उमाशंकर ने बताया कि जनपद के तीन ऐसे इंटर कॉलेज है जहां अभी तक बिजली नहीं पहुंची है. इसी तरह सादर ब्लॉक का कुढ़ा पट्टी दरियांव गांव में बने कन्या इंटर कालेज ने भी लाइट नहीं पहुंच पाई है. बिजली विभाग को कई बार उनकी तरफ से पत्र लिखा गया है, यहां तक कि उन्हें बजट भी भेजा जा चुका है. बावजूद इसके बिजली नहीं जोड़ी गई है.
बिजली विभाग के चीफ अभियंता ने क्या कहा?
बिजली विभाग के मुख्य अभियंता विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि टेंडर हो गया है, ठेकेदार की गलती है जो अभी तक स्कूलों को बिजली से आच्छादित नहीं किया गया. उन्होंने कहा 15 दिन के अंदर सभी स्कूलों में बिजली का काम पूरा हो जाएगा.