हाल ही में एक वायरल वीडियो में जब उत्तर प्रदेश के बिजली मंत्री से कुछ व्यापारियों ने विद्युत कटौती को लेकर सवाल किया था तो बिजली मंत्री ने व्यापारियों की समस्या का निदान करने के बजाय जय श्री राम का नारा लगवा कर चलता बने थे, विद्युत कटौती से परेशान व्यापारियों ने अब खुद ही मोर्चा संभाल लिया है और जिम्मेदार अधिकारियों से सवाल करने उनके दफ्तर पहुंच गए हैं और यह काम कोई और नहीं बल्कि बीजेपी के नेता ने ही बिजली कटौती से हो रही परेशानी को देखते कदम उठाया है. ऐसे में अधिकारियों को अभियान समझ में नहीं आ रहा कि व्यापारियों की समस्या का निदान करें या जय श्री राम बोलकर पल्ला झाड़ ले.
उतर प्रदेश राज्य पंचायत परिषद के प्रदेश अध्यक्ष और बीजेपी नेता राना दिनेश प्रताप सिंह दर्जनों आक्रोशित विद्युत उपभोक्ताओं के साथ अघोषित विद्युत कटौती का हिसाब मांगने बिजली दफ्तर पहुंचे. बीजेपी नेता राना ने कहा कि लापरवाह बिजली अधिकारियों की कार्यशैली के कारण सरकार की बदनामी हों रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने अधिशाषी अभियंता द्वितीय राम नरेश से पूछा कि नगर पंचायत नगर में 18 घंटे के बजाय एक दो घंटे ही बिजली मिलने का कारण क्या है. उन्होंने नगर निकाय क्षेत्र को स्वतंत्र फीडर से जोड़ने में विलंब का कारण पूछा. राना ने कहा कि खुटहन विद्युत स्पर्शाघात से दो भाइयों की मौत के बाद वहां अनुसूचित मुहल्ले में अभी तक विद्युत प्रवाह क्यों बंद है. उन्होंने क्षेत्र के जर्जर तारों और खंभों को बदलने में विलंब का कारण पूछा.
भाजपा नेता ने किया घेराव भाजपा नेता राना दिनेश सिंह ने कहा कि लो वॉल्टेज से परेशान उपभोक्ताओं को इससे कब निजात मिलेगा. उन्होंने क्षेत्रीय उप खण्ड अधिकारी और अवर अभियंता को भी वही बुलाने की मांग किया. थोड़ी ही देर में अधिशासी अभियंता कार्यालय पहुंचे जे इ और एस डी ओ ने बिन्दु वार समस्याओं के निराकरण की बात किया. राना दिनेश प्रताप सिंह ने अधिशाषी अभियंता से सभी समस्याओं पर लिखित और समयबद्ध आश्वाशन देने तक उनके कार्यालय पर ही बने रहने की जिद कर लिया.
तीन घंटे से अधिक समय तक चले हिसाब मांगो अभियान में अन्ततः अधिशाषी अभियंता ने 18 घंटे बिजली आपूर्ति करने, 15 दिनों में नगर को स्वतंत फीडर से जोड़ने, लो वोल्टेज की समस्या दूर करने, रात को इमरजेंसी फॉल्ट को सही करने के लिए कर्मी नियुक्त करने, सभी पन्द्रह वार्डों में सभासद के साथ विद्युत अधिकारियों की टीम द्वारा समस्या समाधान करने, लापरवाह कर्मियों को हटाने, खुटहन दलित मुहल्ले में विद्युत आपूर्ति बहाल करने, सहित 11 बिंदुओं पर लिखित आश्वाशन दिया.
व्यापारियों ने पूछे सवाल?बहरहाल ग्रामीण इलाकों में व्यवस्था चरमराई हुई है जिसको लेकर आए दिन व्यापारी और आम जनता परेशानी का सबब झेल रही है, लोग अब सवाल पूछ रहे है क्या जय श्रीराम कहने से विद्युत कटौती बंद हो जाएगी, भीषण गर्मी की वजह से लोग पहले से परेशान है और बिजली कटौती ने उन्हें और परेशान कर दिया है, व्यापारियों का व्यापार प्रभावित हो रहा है, जिस वजह से अब बिजली कटौती से परेशान जनता खुद आवाज उठाने जिम्मेदार अफसरों के दफ्तरों का रुख कर रही है. अधिशाषी अभियंता ने बताया कि राणा दिनेश प्रताप सिंह की मांगो पर विचार किया जा रहा है और जल्द ही बिजली कटौती की समस्या का निदान करवा दिया जाएगा.