Electricity Crisis In Uttar Pradesh: प्रदेश में अघोषित बिजली कटौती से जनता त्राहिमाम करने को मजबूर है. गर्मी बढ़ने के साथ ही बिजली व्यवस्था लगातार पटरी से उतर रही है. प्रदेश में शेड्यूल के हिसाब से बिजली आपूर्ति नहीं हो पा रही. हालात ये हैं की अब तो जनप्रतिनिधि भी ऊर्जा मंत्री से लेकर पॉवर कारपोरेशन के एमडी को पत्र लिख रहे हैं. राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने बिजली समस्या को लेकर ऊर्जा मंत्री को पत्र लिखा तो सपा विधायक मनोज पाण्डेय ने पॉवर कारपोरेशन के एमडी को पत्र लिखा है.


मांग 21,500 मेगावाट, उपलब्धता सिर्फ 19,000 मेगावाट


उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद् के अध्यक्ष अवधेश वर्मा ने बताया की कई गांवों में सिर्फ 12-14 घंटे ही बिजली सप्लाई हो रही है. शहरी क्षेत्रों में भी हालात बिगड़ रहे हैं. अवधेश वर्मा ने कहा की प्रदेश में बिजली की मांग करीब 21,500 मेगावाट है. जबकि उपलब्धता सिर्फ 19,000 मेगावाट की है. हाल ही में ऊर्जा मंत्री ने कहा था की पिछले 4 साल में इस बार बिजली की सबसे अधिक डिमांड है. ऊर्जा मंत्री के इस बयान पर अवधेश वर्मा ने कहा की हर साल गर्मी में ऐसे ही हालात होते हैं. लेकिन ये बिजली संकट प्लानिंग की कमी से हो रहा. 


गांव को 18 घंटे की जगह 13 घंटे बिजली
अवधेश वर्मा ने बताया की जितने कोयले की जरुरत है, उसका 30 फीसदी कम अभी मिल पा रहा है. सूत्रों की माने तो गांव को 18 घंटे की जगह औसतन 13 घंटे और कस्बों और तहसील को 21:30 घंटे की जगह औसतन 19 घंटे बिजली मिल रही है. बिजली कटौती की समस्या को लेकर राज्य मंत्री दिनेश प्रताप सिंह ने ऊर्जा मंत्री एके शर्मा को पत्र लिखा है. पत्र में लिखा की रायबरेली में विद्युत आपूर्ति में अधिक कटौती और अत्यधिक गर्मी से आमजन मानस को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा.


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बीजेपी सरकार बिजली आपूर्ति नहीं कर पा रही- मनोज पाण्डेय
विधानसभा हरचंदपुर अत्यधिक प्रभावित है. सपा के रायबरेली ऊंचाहार से विधायक मनोज पाण्डेय ने बिजली संकट को लेकर पॉवर कारपोरेशन के एमडी को पत्र लिखा है. मनोज पाण्डेय ने कहा की अघोषित बिजली कटौती से छात्र छात्राएं, किसान, नौजवान सभी परेशान हैं. बच्चों को पढाई में समस्या है तो किसानों को फसल कटाई में. सपा विधायक मनोज पाण्डेय ने कहा की बिजली के मुद्दे को सदन तक ले जायेंगे. अघोषित बिजली कटौती से जनता परेशान है आंदोलित है. सपा जनता के साथ खड़ी है. मुफ़्त बिजली तो दूर की कौड़ी है, बीजेपी सरकार बिजली आपूर्ति ही ठीक से नहीं कर पा रही है. 


सपा विधायक मनोज पाण्डेय ने एबीपी गंगा से बिजली संकट पर कहा कि "बिजली संकट बात करनी चाही तो वो (मंत्री) बिना बात किये ही निकल गए. ऊर्जा मंत्री एके शर्मा जवाब देने से बच रहे हैं. ऊर्जा मंत्री सिर्फ इतना बोले "मैंने मना किया न, अभी नहीं." अपने घर से मीडिया के सवालों से बचते हुए सीधे गाड़ी में बैठकर निकल गए. जनता की समस्या से जुड़े सवाल का जवाब देना मुनासिब नहीं समझा.


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