कानपुर: कानपुर में गबन के आरोप में घिरे केनरा बैंक के मैनेजर ने आत्महत्या कर ली. उनका शव घर में फांसी पर लटकता मिल. पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है. बैंक के एजीएम को संबोधित करते हुये सुसाइड नोट में प्रबंधक ने खुद को बेकसूर बताया. आपको बता दें कि, केनरा बैंक की बिरहाना रोड शाखा में मैनेजर अजीत सिंह दिव्यांग थे. वह अपनी पत्नी सुनैना और तीन वर्षीय बेटी अनन्या के साथ केशवपुरम में किराये पर रहते थे. कुछ समय पहले बैंक में बीमा संबंधी पांच लाख रुपये के लेनदेन के मामले में उन पर गबन का आरोप लगा था.


जांच से मानसिक रूप से परेशान था अजीत


बैंक के ऑडिट में यह गड़बड़ी सामने आई थी. इसके बाद बैंक की क्षेत्रीय शाखा की ओर से जांच भी की जा रही थी. इसी वजह से अजीत मानसिक रूप से परेशान थे. मकान मालिक ने अजीत को फंदे से लटका देख पड़ोसियों की मदद से नीचे उतारकर पुलिस को फोन किया. अजीत ने खुदकुशी से पहले बैंक के एजीएम के नाम सुसाइड नोट भी लिखा था.


सुसाइड नोट में लिखा- मैं चोर नहीं हूं


उन्होंने सुसाइड नोट में लिखा- मैंने कभी कोई गलत काम बैंक के नुकसान या अपनी भलाई के लिए कभी नहीं किया. परंतु ये मेरी गलतियां थीं, जो मेरे द्वारा हुईं, पर मेरा कोई भी इरादा गलत नहीं था और न ही मेरी शाखा का कोई कर्मचारी इसमें इरादतन शामिल था. मैं चोर नहीं हूं. गलतियों के लिए क्षमा कीजिएगा. निवेदन है कि मेरे घरवालों को परेशान मत करिएगा. अपने परिवार से यही कह रहा हूं कि न मैं अच्छा बेटा बन सका, न पति और न ही पिता. आप सबको मझधार में छोड़कर जा रहा हूं. मुझे माफ कर देना. मोनू सबका ध्यान रखना.


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