वाराणसी जिला प्रशासन द्वारा मुसहर समाज के लिए एक खास अभियान शुरू किया जा रहा है, जिसमें उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ना उद्देश्य बताया जा रहा है. दरअसल इनके द्वारा पूर्व में कच्ची शराब बनाया जाना अथवा कुछ ऐसे कार्य में इनकी भागीदारी रही जिससे उनका भविष्य अंधकारमय में रहा. लेकिन अब करीब 300 परिवार को ऑपरेशन मुसहर के तहत एक उज्जवल भविष्य प्रदान किया जा रहा है.
छोटे व्यवसायों के जरिए रोजगार के अवसर
वाराणसी के मुख्य विकास अधिकारी प्रखर कुमार सिंह ने एबीपी लाइव से बातचीत में बताया कि - मुसहर समाज को मुख्य धारा से जोड़ने के लिए प्रशासन द्वारा एक खास पहल की जा रही है. इसमें करीब 300 ऐसे परिवार हैं जिनके 1600 सदस्यों को सीधे छोटे व्यापार से जोड़ा जा रहा है. इसमें अगरबत्ती बनाने, चप्पल बनाने अथवा जानवर चरवाने से संबंधित सहित अन्य छोटे रोजगार से जुड़े कार्य शामिल है.
उनके लिए एक निर्धारित स्थल पर यह अवसर प्रदान किया जाएगा जिसका लगभग 80% कार्य पूरा हो चुका है. इससे पूर्व में वह कच्ची शराब बनाने का कार्य अथवा ऐसे कार्य करते थे जिससे उनका और उनके परिवार का भविष्य अंधकार में रहता था और इस अभियान के माध्यम से उन्हें एक नई दिशा प्रदान की जा सकेगी.
BHU छात्रों की मदद से सामाजिक जागरूकता
वाराणसी जनपद से जुड़े करीब 300 मुसहर परिवार जिनके 1600 सदस्य हैं, उन्हें जीवन के मूलभूत कार्य, व्यवस्थाओं के विषय में जागरूक भी किया जाएगा. उनके स्वास्थ से लेकर खानपान, बच्चों की शिक्षा और एक छोटे कामकाज से अपने भविष्य को किस प्रकार संवारना संभव हैं , इसके विषय में भी उन्हें काशी हिंदू विश्वविद्यालय के छात्रों की मदद से जागरूक किया जाएगा.