अपने अटपटे बयानों को लेकर चर्चाओं में रहने वाले पूर्व विधायक और बीजेपी नेता सुरेंद्र सिंह एक बार फिर मीडिया की सुर्खियों में हैं. नेता जी बलिया में बन रहे ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य कर रही एक कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर को अपने समर्थकों के साथ धमकाते दिखाई दे रहे हैं. अब नेता जी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है.

बीजेपी नेता सुरेंद्र सिंह कंस्ट्रक्शन कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर को धमकी देते हुए कह रहे है कि "मैनेजर साहब मैं इतना ही कहने आया हूँ. मेरा निवेदन समझ लीजिए , मेरा प्रार्थना मान लीजिए या मेरा निर्देश मान लीजिए तो मैं आपको कष्ट में डाल दूंगा. मेरे स्वभाव से आप परिचित हो लीजिएगा. कोई भी यहां का गुंडा, मवाली एक मिनट यहाँ टिकेगा नही जिस दिन मैं सोच लूंगा. मैं बता दे रहा हूँ. मैं कंपनी वालों को जनता हूँ सब एजेंट रखते है, गुंडा रखते है. मैं दवाई करना जनता हूँ. मैं जीवन भर यहाँ से लड़ा हूँ जानता हूँ कितना साहस रखते है. मैं तो कोई अपराधी नही हूँ लेकिन साहस का समय आएगा वह भी तो दिखाता हूँ ठीक से."

ये है पूरा मामलादरअसल लगभग एक सप्ताह पहले ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की निर्माण कंपनी एन.के.सिंह कंस्ट्रक्शन कंपनी के डम्फर से एक्सीडेंट हो गया था जिसमें 3 राजभर जाति के लोगों की मौत हो गयी थी. मृतकों को कम्पनी मुआवजा नही दे रही थी और पुलिस कंपनी के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज नही करने में आनाकानी कर रही थी. जब सुरेंद्र सिंह हल्दी थाना पहुँचे तब पुलिस में कंपनी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. कंपनी से पीड़ित के परिजनों को मुआवजा दिलाने को लेकर मंगलवार को बीजेपी के पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह कंपनी के कंस्ट्रक्शन साइट के आफिस पर अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पहुँचे गए और कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर को धमकाने लगे, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया.

बीजेपी नेता ने बताया क्या था पूरा मामलाइस मामले में बीजेपी के नेता व पूर्व विधायक सुरेंद्र सिंह ने कहा कि एक कंपनी के डम्फर से जो ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे के निर्माण में कंपनी सब जो काम कर रहीं है उसी कंपनी के एक एन.के सी. कंपनी के डम्फर ने एक दुर्घटना में तीन युवकों को कुचल कर मार डाला. ड्राइवर शराब पिए हुए था और गाड़ी लेकर भग गया. गाड़ी नंबर तो लोगों ने नही देखा क्योकि वो छोटा था लेकिन कंपनी का नाम जो गाड़ी पर लिखा था उसको देख लिया. जो एन.के.सी. कंपनी थी. 

बीजेपी नेता ने कहा कि, जब कंपनी का नाम मालूम हो गया, कंपनी वाले जो है वो पुलिस से मिल कर तीन दिन तक तो एफआईआर नही किये थे. जब इस बात की जानकारी हुई कि अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नही हुई, न ही अभी तक गाड़ी पकड़ी गई. तो मैं स्वयं थाने में गया. तीन दिन बाद गाड़ी पर और कंपनी पर एफआईआर करवाया और गाड़ी भी पकड़ गई , ड्राइवर भी पकड़ा गया. 

बीजेपी नेता ने कहा कि, उसके बाद जब कंपनी को कोई भी मृतकों के परिजनों के पास नही पहुँचा तो कंपनी के प्रोजेक्ट मैनेजर के पास गया और कहा कि एक सप्ताह के मृतको के आश्रितों को सहायता, मुआवजा नही दिया तो कंपनी के कार्यालय के मुख्य गेट पर पहुँच कर उसका काम बंद कराएंगे और वही पर अनवरत धरने पर हमलोग बैठेगे और तब तक बैठेंगे जब तक कंपनी उनको मुआवजा नही दे देती है.