बलिया: अपने बयानों को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहने वाले उत्तर प्रदेश के बलिया से बीजेपी विधायक सुरेन्द्र सिंह ने एक बार फिर विवादित बयान दिया है. इस बार उन्होंने ताजमहल से लेकर ममता बनर्जी और किसान नेता राकेश टिकैत तक पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा कि ताजमहल का नाम बदलकर राम महल या शिव महल होना चाहिए. वहीं उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को लेकर भी अमर्यादित बयान दिया और कहा कि उन्हें बंगाल से तिलांजलि दे देना चाहिए तभी बंगाल बच पायेगा.


सुरेन्द्र सिंह ने इस दौरान किसान नेता राकेश टिकैत को भी आड़े हांथों लेते हुए कह दिया कि टिकैत किसान नहीं हैं, बल्कि वो लठैत हैं और वो लाठी के बल पर साम्राज्य चलाते हैं. बलिया के बैरिया क्षेत्र से बीजेपी के विधायक सुरेन्द्र सिंह जन नायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में पहुंचे थे.


ताजमहल को लेकर बयानबाज़ी करते हुए सुरेन्द्र सिंह ने मीडिया से बातचीत में कहा कि ताजमहल का नाम बदलकर राम महल या शिवमहल होना चाहिए. विधायक ने दावा किया कि बहुत जल्द सुनेंगे कि ताजमहल भी राम महल या शिवमहल हो गया है.


उन्होंने कहा, "ताजमहल शिव मंदिर था. मुस्लिम आक्रांताओं ने भारतीय संस्कृति को नष्ट करने के लिए जो भी बिधा अपनाना पड़ा वो अपनाया. स्वर्णिम अवसर आ गया है, उत्तर प्रदेश की धरती पर शिवाजी के वंशज आ चुके हैं. जैसे समर्थगुरु रामदास ने शिवाजी को पैदा किया था, उसी तरह गोरखपीठ के पीठाधीश्वर गुरु गोरखनाथ नाथ ने योगी आदित्यनाथ के रूप में दूसरा शिवाजी पैदा कर दिया है. तो अब ताजमहल का नाम बदलेगा और ताजमहल को राष्ट्रीय इमारत राम महल बनाया जाएगा. ताज महल मंदिर बनेगा उसका नाम बदलेगा."


बीजेपी विधायक यही नहीं रुके. उन्होंने ममता बनर्जी को लेकर अमर्यादित भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा, "यदि बंगाल को बचाना है, तो ममता को तिलांजलि देना चाहिए. विधायक ने ममता बनर्जी पर चुटकी लेते हुए कहा कि भोजपुरी में कहावत है कि " त्रिया चरित्रम दईबो न जनाश " तो ममता ने असली त्रिया चरित्र प्रस्तुत किया है कि चोट के बहाने वोट ले लें तो चोट के बहाने वोट नहीं मिलता. चोट के बहाने हमेशा चोट मिलता है."


बीजेपी विधायक ने राष्ट्रीय संयुक्त किसान मोर्चा के अध्यक्ष राकेश सिंह टिकैत को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने कहा, "टिकैत किसान नहीं हैं वो लठैत हैं. वो लाठी के बल पर साम्राज्य चलाता है. तो योगी के राज में लाठीवालों को और गुंडा वालों की तो भरपाई हो जा रही है. इसलिए उसका भी चलने वाला नहीं है."