UP Election 2022: यूपी में कोरोना के लगातार बढ़ते केस और चुनाव आयोग की गाइडलाइंस के बाद बीएसपी ने वर्चुअल रैली को लेकर अपनी कमर कस ली है. बीएसपी का कहना है कि अगर चुनाव आयोग की तरफ से रैलियों पर रोक जारी रही तो उनकी पार्टी वर्चुअल रैली के जरिए लोगों से पहुंचेगी. पार्टी अपनी डिजिटल तैयारियों को अंतिम रूप 15 जनवरी को चुनाव आयोग के आने वाले निर्देशों के बाद देगी.
वर्चुअल रैली को लेकर बीएसपी का प्लान
बीएसपी के महासचिव सतीश चंद्र मिश्र ने बुधवार को पीटीआई को दिए इंटरव्यू में बताया कि बसपा ने आगामी विधानसभा चुनाव की तैयारियां कर ली हैं. हम 15 जनवरी को कोविड महामारी के मद्देनजर चुनाव आयोग के आने वाले, अगले फैसले का इंतजार कर रहे हैं. अगर चुनाव आयोग ने रैलियों पर रोक जारी रखी तो हम डिजिटल प्रचार प्रसार करेंगे. इन दिनों भी हमारी पार्टी डिजिटल रूप से ही अपनी पार्टी का प्रचार कर रहा है.
हर जिले में बैठकें कर रही है बीएसपी
सतीश चंद्र ने कहा कि 'पिछले कई महीनों से उनकी पार्टी ने अलग अलग जिलों और विधानसभा क्षेत्रों में रैलियां की हैं. प्रदेश के सभी 75 जनपदों में पार्टी की बैठके आयोजित की गयी. इसके साथ ही प्रदेश की 21 सुरक्षित सीटों पर भी बैठके की गई हैं.’’ उन्होंने कहा कि इन सभी बैठकों और सभाओं में कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए कम लोगों को बुलाया गया लेकिन फेसबुक लाइव के माध्यम से इन सभाओं और रैलियों को लाखों लोगों ने देखा.
प्रचार में क्यों नहीं दिख रहीं मायावती
बीएसपी इन चुनावों में खास एक्टिव नहीं दिख रही हैं. बीजेपी एसपी की तरह पार्टी अध्यक्ष मायावती ने कोई बड़ी रैली तक नहीं की हैं. मायावती ने पिछले साल नौ अक्टूबर को पार्टी के संस्थापक कांशीराम की पुण्यतिथि पर एक बड़ी सभा की थी, उसके बाद पार्टी कार्यालय पर उन्होंने ब्राह्मण सम्मेलन किया था. इन दो बड़े कार्यक्रमों के अलावा वो कई सभा करने नहीं निकली हैं, जिसे लेकर कई सवाल उठाए जा रहे हैं.
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