UP Police: उत्तर प्रदेश में बागपत (Baghpat) में भाग-दौड़ और काम की व्यवस्था से परेशान होकर एक दारोगा ने तीन साल की नौकरी को अलविदा कह दिया. दारोगा ने ऐसा अपने परिवार के लिए किया है. दारोगा का कहना है कि पुलिस की नौकरी में इतनी व्यस्तता है कि वह परिवार को समय ही नहीं दे रहे थे, जिसकी वजह से परेशान हो गए थे. अब वह अपनी पुरानी नौकरी पर ही लौटेंगे. उन्होंने अपना त्याग पत्र बागपत के एसपी को सौंप दिया है.


अलीगढ़ जिले के गोंडा गांव के रहने वाले विनोद कुमार शर्मा को पुलिस की नौकरी अच्छी लगती थी, इसलिए वह तीन साल पहले दारोगा के पद पर भर्ती हुए और उन्हें बागपत में तैनाती मिल गई. वह बागपत के पुराना कस्बा पुलिस चौकी और अग्रवाल मंडी टटीरी पुलिस चौकी के बाद वर्तमान में बालैनी थाना क्षेत्र के ललियाना पुलिस चौकी पर तैनात थे.


बागपत के एसपी ने क्या कहा?


वहीं विनोद कुमार शर्मा काम में व्यस्तता की वजह से अपने परिवार को कतई समय नहीं दे पा रहे थे. ऐसे में उन्होंने नौकरी छोड़ने का फैसला लिया और बागपत के एसपी अर्पित विजयवर्गीय को अपना त्याग पत्र सौंप दिया है. एसपी अर्पित विजयवर्गीय का कहना है कि दारोगा विनोद कुमार शर्मा ने अपना त्याग पत्र दिया है, जिसे लखनऊ मुख्यालय को भेजा जाएगा.


साल 2020 में विनोद कुमार शर्मा बने थे दारोगा


दारोगा विनोद कुमार शर्मा ने बताया कि वह पहले सैमसंग कंपनी में असिस्टेंट मैनेजर पद पर कार्यरत थे. उसके बाद साल 2020 में वह पुलिस में दारोगा पद पर भर्ती हुए. लेकिन, दारोगा पद पर काम की इतनी व्यस्तता रहती है कि अपने परिवार को कतई समय नहीं दे पा रहे थे. उन्होंने परिवार के लिए नौकरी छोड़ने का फैसला लेते हुए अपना त्याग पत्र दिया है. उनकी पत्नी अंकिता और दो बच्चे हैं. उनकी पत्नी अंकिता ने भी 9 साल पहले अपनी बैंक की नौकरी से त्याग पत्र दे दिया था. उनके पिता वीरेंद्र प्रसाद शर्मा रोडवेज निगम के अकाउंटेंट पद से रिटायर्ड हैं.


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