बागपत में चार लाख रुपये सरकारी कर्ज के बोझ तले दबे किसान ने राजस्व कर्मियों के उत्पीड़न से परेशान होकर खेत में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इस घटना के बाद किसान के परिजन और गांव के लोग घर के बाहर कर्ज को माफ करने और राजस्व कर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर धरना दे रहे थे. इसी दौरान किसान की चाची को हार्ट अटैक आ गया, जिससे उसकी भी मौत हो गई. गमगीन माहौल में दोनों के शवों को अंतिम संस्कार कर दिया गया.
दरअसल, यह मामला सिंघावली अहीर थाना क्षेत्र के डौला गांव से जुड़ा हुआ है. 54 वर्षीय किसान चंद्रबोस लगभग साढ़े चार लाख रुपये के सरकारी कर्ज के बोझ में डूबा हुआ था. राजस्व कर्मी उस पर लगातार बकाया जमा कराने का दबाव बना रहे थे. दो दिन पहले उसे राजस्वकर्मी पकड़कर ले गए थे और बकाया रुपये जमा कराने की चेतावनी देकर छोड़ दिया था.
पीपल के पेड़ पर फांसी लगाकर की खुदकुशी
उसने घर आने के बाद खाना खाया और खेत में चला गया. कल सुबह उसका शव पीपल के पेड़ से लटका हुआ मिला था. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था. किसान की मौत के बाद हंगामा खड़ा हो गया था. कल देर रात चंद्रबोस के परिजन और गांव के लोग उसके ही घर के बाहर धरने पर बैठ गए थे. पुलिस प्रशासन के अधिकारी धरना स्थल पर पहुंचे और परिजनों से बातचीत की.
सदमे में चाची की हार्ट से गई जान
उधर, चंद्रबोस की लगभग 78 वर्षीय चाची पुष्पा देवी धरने पर बैठे लोगों से भतीजे की मौत की जानकारी ले रही थी. पुष्पा भतीजे चंद्रबोस से बहुत स्नेह करती थी. उसके आंसू रुकने का नाम नहीं ले रहे थे. रात के समय मांग पूरी होने के बाद धरना समाप्त हो गया और लोग अपने घरों को चले गए. पुष्पा भी घर पर सोने चली गई. इसी बीच वह बेसुध हो गई.
एक साथ दो मौत से परिवार में कोहराम
इसके बाद पुष्पा के पति रामबीर ने उसे आवाज लगाई तो वह कुछ नहीं बोली. रामबीर ने घर के बाहर बैठे लोगों को आवाज लगाई तो उसके बारे में जानकारी हुई, जिसके बाद परिजन उसे लेकर चिकित्सक के पास पहुंचे. चिकित्सक ने पुष्पा को मृत घोषित कर दिया. पुष्पा की मौत हार्टअटैक से हुई है. एक परिवार में दो मौत से परिजनों में कोहराम मच गया. दोनों का गमगीन माहौल में अंतिम संस्कार कर दिया.
राजस्व विभाग के लोगों पर केस दर्ज
सिंघावली अहीर थाना प्रभारी कुलदीप सिंह का कहना है कि चंद्रबोस के भाई अशोक की तहरीर पर राजस्व विभाग के अमीन के अनुसेवक महेश के खिलाफ मुकदमा दर्ज हो गया है. इस मामले में विवेचना करने के बाद कार्रवाई की जाएगी.