सर्दी के मौसम में बेजुबान जानवरों की चिंता करने वाली बागपत की जिलाधिकारी अस्मिता लाल ने एक सराहनीय कदम उठाया है. बागपत डीएम अस्मिता लाल ने पुराने टायरों, प्लास्टिक ड्रमों और अन्य वेस्ट मैटीरियल का उपयोग कर सार्वजनिक स्थानों पर स्ट्रीट डॉग्स के लिए अस्थाई रेन बसेरे (आश्रय गृह) बनवाए हैं. इनमें गद्दे और तकिए भी लगाए गए हैं, ताकि कुत्ते कड़ाके की ठंड से बच सकें. इस पहल की शुरुआत बागपत कलेक्ट्रेट परिसर से हुई, जहां अब कई कुत्ते इन आश्रयों को अपना ठिकाना बना चुके हैं.
बागपत डीएम अस्मिता लाल ने बताया कि सर्दियों में निराश्रित कुत्तों को ठंड से बचाने और कचरे का सदुपयोग करने के उद्देश्य से यह मुहिम शुरू की गई है. पहले चरण में कलेक्ट्रेट परिसर में ये शेल्टर बनाए गए, जिन्हें देखते ही कुत्ते वहां पहुंचने लगे. अब यह पहल नगर पालिका क्षेत्र में भी विस्तारित की जा रही है. पुराने टायरों को काटकर और ड्रमों को आश्रय का रूप देकर इन्हें पर्यावरण अनुकूल बनाया गया है.
इससे पहले डीएम अस्मिता लाल ने पक्षियों की सुरक्षा के लिए कलेक्ट्रेट और बड़ौत तहसील में कृत्रिम घोंसले लगवाए थे. उनकी ये मुहिमें जिले में पशु-पक्षियों के प्रति संवेदनशीलता जगाने का काम कर रही हैं. डीएम ने कहा पशु-पक्षी भी हमारे पर्यावरण का हिस्सा हैं, सर्दी की चुनौतियों से उन्हें बचाना हमारी जिम्मेदारी है. वेस्ट मैटीरियल का उपयोग कर हम दोहरा लाभ कमा रहे हैं. इस काम की वजह से वह पशु प्रेमियों और आम जनता से खूब वाहवाही बटोर रही है. वहीं डीएम ने जनता से भी अपील की है कि वे अपने आसपास के निराश्रित जानवरों की मदद करें और वेस्ट मैटीरियल का ऐसे ही कुछ रचनात्मक उपयोग करें.
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