Bageshwer Bypoll: उत्तराखंड में पांच सितंबर को बागेश्वर विधानसभा (Bageshwer Bypoll) पर उपचुनाव होने है, जिसके लिए भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने अपनी तैयारी तेज कर दी है. उत्तराखंड प्रदेश बीजेपी की ओर से बागेश्वर उपचुनाव के लिए प्रत्याशियों का चयन करने के लिए तीन नामों की सूची को दिल्ली भेज गया है. इन तीनों नामों पर केंद्रीय संसदीय बोर्ड कमेटी चर्चा करेगी और फिर यहां से पार्टी के उम्मीदवार के नाम पर मुहर लग जाएगी.
बागेश्वर उपचुनाव को लेकर भाजपा के एक पदाधिकारी ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए कहा कि प्रदेश चुनाव समिति ने विचार विमर्श के बाद तीन शीर्ष नामों का चयन किया गया है. प्रदेश कमेटी से नाम फाइनल होने के बाद अब इस सूची को केंद्रीय संसदीय बोर्ड को भेज दिया गया है. बोर्ड में चर्चा होने के बाद एकचं नाम पर मुहर लग जाएगी. केंद्रीय कमेटी से हरी झंडी मिलने के बाद बीजेपी इस सीट से अपने उम्मीदवार की घोषणा कर देगी.
कैबिनेट मंत्री चंदन रामदास के निधन से खाली हुई सीट
दरअसल ये सीट कैबिनेट मंत्री रहे चंदन रामदास के निधन के बाद खाली हुई थी. जिसके बाद इस सीट पर उपचुनाव की प्रक्रिया होनी है. चंदन रामदास प्रदेश की धामी सरकार में कैबिनेट मंत्री थे और वो लगातार बीजेपी की टिकट पर चार बार विधायक चुने गए थे. चंदन रामदास का अप्रैल में बीमारी से निधन हो गया था. जिसके बाद बागेश्वर विधानसभा सीट खाली हो गई थी और अब इस सीट पर उपचुनाव हो रहा है. बागेश्वर सीट के उपचुनाव के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है जो 17 अगस्त तक जारी रहेगी.
भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से बागेश्वर सीट पर जीत का दावा किया है. बीजेपी का कहना है कि हमारी पार्टी पिछले दो महीनों से लगातार इस सीट पर चुनाव की तैयारी कर रही है. सूत्रों के मुताबिक पार्टी की ओर से जिन तीन नामों को फाइनल किया है उनमें से दो दिवंगत मत्री चंदन राम दास के परिवार से ही है.