उत्तराखंड में मौसम ने एक बार फिर करवट बदल ली है, मंगलवार को बदरीनाथ धाम की ऊंची चोटियों पर सीजन की ताजा बर्फबारी हुई, जबकि निचले क्षेत्रों में दिनभर बादल छाए रहे. मौसम में आए इस बदलाव से धाम में कड़ाके की ठंड बढ़ गई है. स्थानीय लोगों के साथ श्रद्धालु भी ठंड से राहत पाने के लिए अलाव का सहारा ले रहे हैं.

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शाम के समय बदरीनाथ धाम के आसपास की चोटियों पर हल्की बर्फबारी शुरू हुई, अचानक तापमान गिरने से धाम में ठिठुरन बढ़ गई. श्रद्धालु और यात्री धर्मशालाओं व होटलों में अलाव जलाकर खुद को गर्म रख रहे हैं, बर्फीली हवाओं ने पूरे क्षेत्र में सर्दी का अहसास बढ़ा दिया है.

ऊंचाई पर होगी बर्फ़बारी- अलर्ट जारी  

वहीं, मौसम विज्ञान केंद्र देहरादून ने राज्य के पर्वतीय जिलों के लिए पूर्वानुमान जारी किया है. केंद्र के अनुसार, उत्तरकाशी, चमोली, टिहरी, बागेश्वर, रुद्रप्रयाग और पिथौरागढ़ जिलों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश और ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी की संभावना बनी हुई है. मौसम विभाग ने कहा कि 4000 मीटर से अधिक ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हो सकती है.

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बढ़ जाएगी शीतलहर

मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बारिश और बर्फबारी के चलते राज्य के पर्वतीय इलाकों में शीतलहर का असर और बढ़ सकता है. सुबह और शाम के समय लोगों को कड़ाके की ठंड परेशान कर सकती है. हालांकि, विभाग के अनुसार 6 से 8 नवंबर तक प्रदेशभर में मौसम शुष्क रहने की संभावना है. उधर, मैदानी इलाकों विशेष रूप से देहरादून और हरिद्वार में कोहरा छाने से दृश्यता प्रभावित हो सकती है और तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी.

मौसम के इस अचानक बदलाव से यात्रियों को यात्रा के दौरान सतर्क रहने और पर्याप्त गर्म कपड़े साथ रखने की सलाह दी गई है. इसके साथ ही सभी जिलों में आपदा प्रबंधन टीम को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं.