सीतापुर जेल से बाहर आने के बाद समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री आजम खान ने कई मुद्दों पर बात की है. इस दौरान सपा नेता आजम खान ने गृह मंत्री अमित शाह के जेल में 30 दिन रहने पर पीएम-सीएम पद छोड़ने वाले बिल पर की चर्चा पर भी अपनी बात रखी. पूर्व मंत्री आजम खान ने कहा कि बात पूरी आना चाहिए, अर्ध सत्य पूरे झूठ से भी ज्यादा बुरा होता है. उन्हें यह भी बताना चाहिए कि उन पर कितने मुकदमे हुए थे, एक दो होता तो मैं भी बरी हो चुका होता. 

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सपा नेता आजम खान ने एक न्यूज चैनल को दिए इंटरव्यू में कहा कि 114 मुकदमे मुझ पर 80-85 मेरी प्रोफेसर बीवी पर 40-5  मुकदमे मेरे इंजीनियर बेटे पर. मेरी मरी हुई मां पर मेरी बुजुर्ग बहन पर जो प्रिंसिपल से रिटायर हुईं. मेरी दूसरी बहन पर, मेरे सुपरिंटेंडेंट इंजीनियर रिटायर्ड भाई पर और उनके बेटों पर, इस शहर के हजारों लोगों पर. ऐसा तो उनके साथ नहीं हुआ होगा और अगर ऐसा हुआ होता आज भी जेल से बाहर नहीं होते वो.

मुर्गी चोरी का नहीं है मुझ पर इल्जाम, मुर्गी डकैती का- आजम खान

पूर्व मंत्री सपा नेता आजम खान कहा कि मुर्गी चोरी का नहीं है मुझ पर इल्जाम, मुर्गी डकैती का है. धाराएं चोरी की नहीं लगाई गई हैं, 349 नहीं है, 452 नहीं है. 395, 396 है, डकैती और माल की बरामदगी. चोरी और डकैती में बहुत फर्क है और चोरी में मुझे ज्यादा से ज्यादा तीन साल की सजा होती है. डकैती में 10 साल की सजा, तीन धाराएं थीं एक ही मुकदमे में तो एक में दो साल, एक में 7 साल, एक में 10 साल. इस तरह एक ही मुकदमे में 19 साल की सजा है. इस तरह अगर 114 मुकदमों की आप सजाएं देखेंगे तो कई लाख साल हो जाएगी.

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'यह न्याय की जीत है', जेल से बाहर आने के बाद सपा नेता इरफान सोलंकी की पहली प्रतिक्रिया