UP News: अयोध्या (Ayodhya) के श्री राम अस्पताल (Shri Ram Hospital)  में डॉक्टरों का कमी बरकरार है. करीब डेढ़ साल से यहां नए सर्जन की नियुक्ति ना होने के कारण स्वास्थ्य सेवाएं चरमरा रही हैं जिसकी वजह से मरीजों को समय पर इलाज मिलना मुश्किल है. जहां एक तरफ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) ने अयोध्या को विश्व स्तर पर स्थापित करने का संकल्प लिया है वहीं दूसरी तरफ स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से अयोध्या अभी उबर नहीं पाई है. भगवान राम के जन्म स्थान होने के कारण अयोध्या नगरी हमेशा से अतिसंवेदनशील रही है बावजूद इसके सर्जन चिकित्सक ना होने के कारण ऑपरेशन के लिए मरीजों को काफी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है.

पढ़िए, आम आदमी की क्या है शिकायत

श्री राम अस्पताल में किसी नए सर्जन की नियुक्ति नहीं हुई है. उच्च अधिकारियों को कई बार पत्र भी भेजा जा चुका है लेकिन बावजूद उसके अधिकारी संज्ञान नहीं ले रहे हैं.  इलाज के लिए आए दिलीप चंद्र दास ने बताया कि श्री राम अस्पताल में सर्जन न होने के कारण गरीबों का छोटा-मोटा ऑपरेशन नहीं हो पाता. हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हैं कि जल्द से जल्द अयोध्या के श्री राम अस्पताल में एक सर्जन चिकित्सक भेजें ताकि गरीबों को ऑपरेशन के लिए कोई दिक्कत का सामना ना करना पड़े. गरीब आदमी प्राइवेट अस्पताल में जा नहीं पाते क्योंकि उनके पास इतने पैसे नहीं हैं.

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सर्जरी के लिए मरीजों को जिला अस्पताल भेजा जाता है

अस्पताल में मौजूद पंकज नाम के व्यक्ति ने बताया कि  श्री राम अस्पताल में सर्जन ना रहने से मरीजों को सुविधाएं नहीं मिल पा रही है. जहां एक तरफ अयोध्या का विकास हो रहा है वहीं दूसरी तरफ सरकार को अस्पतालों पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए. अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारी वाईपी सिंह बताते हैं कि डेढ़ साल पहले सर्जन डॉक्टर का ट्रांसफर हो गया उसके बाद अभी तक कोई सर्जन डॉक्टर नहीं आया.  इसके लिए शासन को पत्र भेजा गया है. सीएमओ को अवगत कराया गया है. यहां अगर सर्जरी का केस आता है तो उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया जाता है.

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