आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद संजय सिंह द्वारा संसद में 'हराम में भी राम' बयान पर विवाद खड़ा हो गया है. संजय सिंह के इस बयान पर अयोध्या के साधु-संतों ने भी नाराजगी जताई और कहा है कि वे दूसरे धर्म पर टिप्पणी क्यों नहीं करते हैं? आईएएनएस से बातचीत में अयोध्या के संत ने कहा कि संजय सिंह का बयान निंदनीय है और शर्मसार कर देने वाला है. ये लोग देश के लिए नासूर हैं और इनका इलाज किए जाने की जरूरत है. मैं इन्हें चेतावनी देना चाहता हूं कि सनातनी को सरल और सहज ही मत समझो, तुम्हें हर भाषा में जवाब देने में सनातनी सक्षम हैं.

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उन्होंने सवाल उठाया कि अन्य धर्मों, मजहबों पर टिप्पणी क्यों नहीं करते हैं? हमारे आराध्य पर बोलोगे? तुम जैसे लोगों को इलाज की आवश्यकता है. उन्होंने यह भी कहा कि ऐसे लोगों को जवाब देने के लिए हम तैयार बैठे हैं. हम कतई अपने देवी-देवताओं पर इस तरह की टिप्पणी बर्दाश्त नहीं करेंगे.

उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करता हूं कि ऐसी टिप्पणी करने वालों के खिलाफ कठोर कानून लाया जाए, जो भी सनातन पर अभद्र टिप्पणी करें, उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. उनकी संपत्ति जब्त होनी चाहिए और उन्हें जेल में डालना चाहिए. ये लोग देश को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिश रच रहे हैं. इनकी जांच होनी चाहिए. इन्हें देश के बाहर से फंडिंग हो रही है.

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एक अन्य संत ने कहा कि आम आदमी पार्टी की मानसिकता कैसी है, ये संजय सिंह के बयान से सामने आ गई है. संजय सिंह को अपने दिमाग का इलाज कराना चाहिए, जो भी खर्चा होगा, हम देने के लिए तैयार हैं. अगर वो इस्लाम पर टिप्पणी करते तो उनकी जीभ और गर्दन दोनों ना बचती. उनका सिर कलम कर दिया जाता. उन्होंने कहा कि सनातन को लेकर तरह-तरह के बयान दिए जाते हैं क्योंकि सनातन दयावान है, लेकिन मैं सनातनियों से अपील करना चाहता हूं कि हाथ में लाठी और तलवार लेकर तैयार रहना चाहिए और सनातन विरोधियों की पिटाई करो. ऐसे लोगों को सबक सिखाओ. ये लोग जो सनातन के खिलाफ बोलते हैं, उन्हें कब तक बर्दाश्त किया जाए.