Ayodhya Ram Navami 2025: भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या में इस वर्ष रामनवमी का पर्व ऐतिहासिक और भव्य रूप से मनाने की तैयारियाँ जोरों पर हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देशानुसार, पहली बार रामनवमी के अवसर पर दीपोत्सव का आयोजन किया जाएगा, जिसमें दो लाख से अधिक दीप जलाए जाएंगे. ये दीप राम कथा पार्क के सामने पक्के घाट और राम की पैड़ी पर प्रज्ज्वलित किए जाएंगे, जिससे संपूर्ण क्षेत्र रोशनी से जगमगा उठेगा. 

इसके अतिरिक्त, अष्टमी के दिन कनक भवन से ‘हेरिटेज वॉक’ निकाली जाएगी, जो राम कथा पार्क में समाप्त होगी. इस वॉक के माध्यम से श्रद्धालु अयोध्या की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का अनुभव कर सकेंगे. राम कथा पार्क में अष्टमी और नवमी को विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन होगा, जिसमें देश के ख्यातिप्राप्त कलाकार अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे. 

श्रद्धालुओं के लिए एक विशेष आकर्षण ड्रोन के माध्यम से सरयू नदी के पवित्र जल की फुहार होगी. जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने बताया कि यह पहल श्रद्धालुओं की आस्था को ध्यान में रखते हुए की गई है, जिससे उन्हें माँ सरयू का आशीर्वाद प्राप्त हो सके. श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं. शहर में 243 स्थानों पर पेयजल की व्यवस्था की गई है और धूप से बचाव के लिए छायादार अस्थायी कैंप स्थापित किए गए हैं. इसके अलावा 34 मोबाइल शौचालय इकाइयां लगाई गई हैं और मेले के क्षेत्रों को अतिक्रमण मुक्त रखने के लिए प्रवर्तन दल सक्रिय है. 

मंदिर परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे

राम मंदिर ट्रस्ट ने भी दर्शन की अवधि बढ़ाने का निर्णय लिया है, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु भगवान श्रीराम के दर्शन कर सकें. भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी और मंदिर परिसर में सुरक्षा के कड़े इंतजाम रहेंगे. गर्मी को ध्यान में रखते हुए, राम पथ और जन्मभूमि पथ पर 200 जल स्टैंड पोस्ट स्थापित किए गए हैं और मार्ग में एयर कूलर लगाए गए हैं. 

श्रद्धालुओं के लिए यह एक अविस्मरणीय अनुभव होगा

पर्यटन और संस्कृति विभाग के तत्वावधान में आयोजित इन कार्यक्रमों का उद्देश्य अयोध्या को वैश्विक पर्यटन मानचित्र पर स्थापित करना है. जिलाधिकारी चंद्र विजय सिंह ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि यह रामनवमी न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हो, बल्कि अयोध्या की सांस्कृतिक विरासत को भी विश्व पटल पर प्रदर्शित करे. अयोध्या में रामनवमी का यह महाउत्सव न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक होगा, बल्कि शहर की सांस्कृतिक और पर्यटन संभावनाओं को भी उजागर करेगा. श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए यह एक अविस्मरणीय अनुभव होगा, जिसमें परंपरा और आधुनिकता का सुंदर संगम देखने को मिलेगा.

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