Ayodhya News: अयोध्या (Ayodhya) में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य चल रहा है. अक्टूबर 2023 में मंदिर का प्रथम तल बनकर तैयार हो जाएगा और भगवान राम लला जनवरी 2024 में अपने दिव्य भव्य मंदिर में विराजमान हो जाएंगे. भगवान राम लला का पूरा मंदिर पत्थरों का बनाया जा रहा है, लेकिन पत्थर के साथ-साथ राम भक्तों की एक आस्था इस मंदिर से जुड़ी होगी, क्योंकि इस मंदिर में साल 1989 में 2,75,000 गांवों में पूजन अर्चन करने के बाद राम नाम की शिला अयोध्या लाई गई थी. 

अब इस शिला का उपयोग राम मंदिर निर्माण कार्य में ही किया जा रहा है, मंदिर निर्माण कार्य में इस शिला का पहले तो नींव की भराई में उपयोग किया गया और अब परकोटे की मजबूती के लिए बगल में जो दीवार बनाई जा रही है, उसके लिए भी शिला का प्रयोग किया जा रहा है, जो शिला 1989 में लाई गई थी. यानी कि राम भक्तों की आस्था को देखते हुए उन शीला का भी प्रयोग राम मंदिर निर्माण कार्य में ही किया जा रहा है. 

गांव-गांव से इकठ्ठी की गई हैं शिलाएंबता दें कि साल 1989 में 2,75,000 गांव से लाई गई पूजित शिला का उपयोग अब राम मंदिर में किया जा रहा है. इस शिला का प्रयोग परकोटे की मजबूती के लिए किया जा रहा है. यह शिला राम जन्मभूमि की कार्यशाला में रखी हुई थी और इस शिला का उपयोग भी अब शुरू हो गया है. राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कार्यालय प्रभारी प्रकाश गुप्ता ने बताया कि हमारे यहां शुरू में एक कार्यक्रम चला था जिसमें गांव-गांव से ईंट इकट्ठा की गई थी और वह शिलाएं रामभक्तों ने बड़े विश्वास के साथ दी थी कि वो मंदिर में लगेगी. मंदिर का कंस्ट्रक्शन सब पत्थर से तैयार हो रहा है. इन ईंटों से परकोटा तैयार हो रहा है जिससे कि मजबूती आ जाए. 

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