Ayodhya News: अयोध्या धाम (Ayodhya Dham) के नरसिंह मंदिर के वयोवृद्ध महंत रामशरण दास (Ramsharan Das) के लापता होने के मामले में तपस्वी छावनी के संत परमहंस आचार्य ने कमिश्नर गौरव दयाल और डीआईजी अमरेंद्र प्रसाद सिंह से मुलाकात कर मुख्यमंत्री के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपकर महंत के लापता होने के मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. संत परमहंस ने कहा कि महंत रामशरण दास ने पहले भी अपनी हत्या को लेकर आशंका जताई थी, लेकिन पुलिस ने मामले में कोई कार्रवाई नहीं की.


संत परमहंस ने कहा कि जब तक महंत रामशरण दास का पता नहीं चलता, तब तक वे अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे, वे अन्न जल का परित्याग कर रहे हैं. दरअसल, 10 जनवरी से नरसिंह मंदिर के महंत रामशरण दास लापता हैं. लापता मामले में अयोध्या कोतवाली में मुकदमा दर्ज किया गया है. पुलिस लापता महंत को तलाश कर रही है.


सीएम को CBI जांच कराने के लिए भेजा पत्र 
तपस्वी छावनी के संत परमहंस आचार्य ने कहा कि अयोध्या में रायगंज स्थित नरसिंह मंदिर के महंत जिनकी आयु लगभग 90 वर्ष थी, बुजुर्ग, बड़े सीधे-साधे और बहुत ही अच्छे संत थे, वह कुछ दिन से किडनैप कर लिए गए हैं और उनका अपहरण हो गया है. प्रशासन पता नहीं लगा पा रहा है. पुलिस सुरक्षा के बावजूद उनका अपहरण हो गया है, जिन लोगों पर आशंका थी कि हमारी हत्या करा सकते हैं, उनको लोगों ने जबरदस्ती वहां पर बैठा दिया है, जिसको लेकर सीएम को सीबीआई जांच कराने के लिए पत्र भेजा है.


संत परमहंस आचार्य ने कहा कि गुमशुदगी की तलाश की जाए और सीबीआई जांच कर पता लगाया जाए कि कौन लोग हैं, जो साधु-संतों की भी हत्या करा रहे हैं. लोग पैसे के कितने भूखे हो गए, जमीन के कितने भूखे हैं कि किसी की भी हत्या करा देना, मर्डर करा देना और किसी का अपहरण करा लेना इनके लिए आम है. इससे अयोध्या की छवि खराब हो रही है और संत का अपहरण हो जाना दुखद है. इसलिए मैंने यानी अयोध्या से तपस्वी छावनी पीठाधीश्वर जगतगुरु परमहंस आचार्य ने जल का परित्याग कर दिया है, जब तक पता नहीं चलेगा तब तक जल ग्रहण नहीं करूंगा और मैं भी वरिष्ठ अधिकारियों से मिलूंगा. 


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